आवाज़ ए हिमाचल
04 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री व अर्की के विधायक वीरभद्र सिंह वीरवार को विधानसभा के बजट सत्र में भाग लेने पहुंचे। इससे पहले वह सदन के बाहर धरने पर बैठे नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री व चार अन्य विधायकों को समर्थन में धरने पर बैठ गए। वीरभद्र के आने के बाद कांग्रेस सदन में आक्रामक रुख अपना सकती है। वीरभद्र सिंह पहले ही कह चुके हैं कि सदन में जो गतिरोध चल रहा है वह समाप्त होना चाहिए। वीरभद्र सिंह के लिए धरना स्थल पर कुर्सी लगाई गई है। वीरभद्र सिंह के समर्थन के बाद कांग्रेस सदन में भी मजबूत दिख सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन गलत नहीं था। विपक्ष का काम सदन और सदन के बाहर अपना विरोध जताना है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल कि गतिरोध को तोड़ने के लिए वह मुख्यमंत्री से मिलने जाएंगे या मुख्यमंत्री को उनके पास आना चाहिए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि वे एक बार के मुख्यमंत्री हैं और मैं छह बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं। गतिरोध को समाप्त करने के लिए सत्ता पक्ष को विपक्ष के पास आने की आवश्यकता है। ऐसा कभी नहीं हुआ कि इस तरह का कदम उठाया गया हो और इस तरह की नौबत आई हो। मैं होता तो एक घंटे में इस सारी समस्या का हल निकाल देता। वीरभद्र सिंह विधानसभा परिसर के बाहर धरना स्थल से वापस लौट गए, वह सदन की कार्यवाही में भाग लेने नहीं गए।