आवाज़ ए हिमाचल
03 मार्च। हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर को लेकर एनजीटी के निर्देशों की अनुपालना मंडी जिला में शुरू हो गई है। इसके तहत मंडी प्रशासन के द्वारा बिजली से चलने वाले ई-रिक्शा की शुरुआत सुंदरनगर में कर दी गई है। प्रशासन द्वारा बड़ा कदम उठाते हुए अब कम किराए के साथ लोगों को ध्वनि व धुआं रहित ई-रिक्शा की सवारी की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। वहीं स्थानीय लोगों की माने उन्हें भी ई-रिक्शा पर सफर करना एक आनंद से भरपूर सफर लग रहा है।
नेशनल ग्रीन ट्राईब्यूनल(एनजीटी) के निर्देश की अनुपालना में गठित जिला स्तरीय समिति की हुई बैठक में ई-रिक्शा चलाने का निर्णय लिया गया है। मंडी जिला प्रशासन के द्वारा नगर परिषद सुंदरनगर में 100 ई-रिक्शा चलाने का निर्णय लिया है। जिला मुख्यालय के बाद सुंदरनगर मंडी का दूसरा बड़ा शहर है और देश के 200 प्रदूषित नगरों में सुंदरनगर को शामिल किया गया है।प्रदेश के 7 प्रदूषित शहरों में बद्दी, नालागढ़, पांवटा साहिब, डमटाल, कालाअंब और परवाणू औद्योगिक क्षेत्र होने से वहां वायु प्रदूषण हो सकता है, लेकिन सुंदरनगर में कोई उद्योगिक ईकाई भी नहीं होने के बावजूद वायु प्रदूषण होना चिंता का विषय है।