आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
02 मार्च। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, पूर्व मंत्री व श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र से विधायक राम लाल ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के द्वारा छात्रों पर सेमेस्टर व वार्षिक परीक्षाओं को लेकर की जा रही को लेकर जबरदस्ती हमला बोला है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड व यूनिवर्सिटी ने परीक्षाओं का मजाक बना दिया है। उन्होंने कहा कोविड 19 के चलते जो ऑनलाइन कक्षाएं लगाई गई है उनसे छात्रों के साथ पढ़ाई कम और ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर खिलवाड़ ज्यादा हुआ है।
राम लाल ठाकुर ने कहा कि छात्रों का न तो सिलेबस कम किया जा रहा है और न ही छात्रों की परीक्षाओं को लेकर कोई नियमित शेड्यूल तय हो पा रहा कुछ छात्रों में तो डर और शंका का मौहल बन रहा और कुछ छात्र प्री बोर्ड परीक्षाओं को लेकर आशंकित है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री, प्रदेश शिक्षा बोर्ड व यूनिवर्सिटी प्रसाशन ने इन छात्रों की पढ़ाई का मज़ाक बना दिया है, लॉकडाउन शुरू होने से लेकर आज दिन तक बोर्ड व यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन माध्यम से बहुत कम कक्षाओं का आयोजन हुआ था लेकिन साधनों की कमी के चलते छात्रों में परीक्षाओं की तैयारी ठीक से नहीं हो पाई है।
अक्टूबर के बाद भी यूनिवर्सिटी ने इनकी पढ़ाई को नजरअंदाज करते हुए फैसला सुनाया है कि यू.जी.सी द्वारा दी गयी गाइडलाइन के अनुसार जनवरी में तीसरे, पांचवे और छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं ली जाएंगी, यू.जी.सी की गाइडलाइन के अनुसार यूनिवर्सिटी को जनवरी में परीक्षा लेने के लिए सत्र सितम्बर से शुरू करना होगा व बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ना होगा लेकिन यहाँ तो न ही ऑनलाइन क्लास लगी बल्कि 6 महीने में पूरा होने वाले सेमेस्टर को 2 महीने में खत्म करने का फरमान भी जारी कर दिया गया था। जबकि प्रक्टिकल विषय जिसमें हर काम प्रयोगशाला में किया जाता है यूनिवर्सिटी जानकार कर भी अंजान बन बिना कुछ पढ़ाये बिना ही परीक्षाएं लेने की तैयारी कर रही है। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी व प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा बिना ज्ञान के डिग्री बांटने का कार्य कर रही है जिसके कारण छात्रों की आने वाले समय मे परेशानी होगी। राम लाल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल शिक्षा बोर्ड व प्रदेश विश्वविद्यालय आनन फानन में फैसले कर देता है जिसके कारण छात्रों को भविष्य दाव पर लग रहा है।