आवाज ए हिमाचल
20 जनवरी।जिला कांगड़ा की खेडिय़ां पंचायत में सरकारी फंड के गलत इस्तेमाल के आरोप में विजिलेंस ने तत्कालीन पंचायत प्रधान, पूर्व प्रधान और पंचायत सचिव के खिलाफ धर्मशाला की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इस संबंध में विजिलेंस ने धर्मशाला में 2016 में केस दर्ज किया था। मनरेगा के पैसों से पूर्व प्रधान के घर तक सड़क निर्माण किया। वन विभाग से एनओसी भी नहीं ली। बिना फॉरेस्ट क्लीयरेंस के वन भूमि पर सड़क निर्माण करवाया।
मनरेगा के ही फंड से पर्व प्रधान की निजी जमीन पर कुआं बनवाया। इसके चारों ओर तारबंदी की गई, ताकि लोग इसके पानी को इस्तेमाल न कर सकें।निर्माण सरकारी पैसे से संभव था, लेकिन इसके लिए जमीन सरकार के नाम पर ट्रांसफर की जानी थी। आरोप है कि आरोपितों ने मिलकर गलत रिकॉर्ड तैयार किया। एडीजीपी विजिलेंस अनुराग गर्ग ने बताया कि इनमें तत्कालीन पंचायत सचिव के खिलाफ सरकार ने अभियोजन मंजूरी ली। उन्होंने बताया कि सचिव पर सरकार विभागीय जांच बैठा सकती है। विजिलेंस ने इसकी सिफारिश की है।