कांगड़ाघाटी में मार्च के पहले सप्ताह से सुनाई देगी रेलगाड़ी की छुकछुक

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल 

16 फरवरी। पठानकोट – जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर दो अप व डाउन रेलगाड़ियों की मार्च महीने के पहले सप्ताह से छुक छुक फिर सुनाई देने शुरू कर देगी। कोविड-19 सुरक्षा के तहत पिछले साल 18 मार्च को रेलमार्ग पर रेलगाड़ियां बंद कर दी गयी थीं।कोविड की वैक्सीन आने व कोरोना में भी कमी आने के बाद कांगड़ा जिला में पठानकोट-जोगेंद्ररनगर रेलमार्ग पर भी रेलगाड़ियां बहाल करने की मांग उतनी शुरू हो गयी थी। कांगड़ा जिला में ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों को लाने का रेल मार्ग ही एकमात्र सस्ता व सुगम मार्ग है। हाल ही में लोकसभा में भी सांसद रामस्वरूप ने पठानकोट- जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर रेलगाड़ियां बहाल करने का मुद्दा उठाया था।रेलवे विभाग मुख्यालय दिल्ली से एसटीएम टीटी कविता अग्रवाल ने 15 फरवरी को हस्ताक्षरित पत्र जारी कर मंडल रेलवे फिरोजपुर को पठानकोट – जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर 52472 व 52473 रेलगाड़ियां बहाल कर उनका टाइमटेबल बना कर भेजने के आदेश दिए हैं। कविता अग्रवाल ने बताया कि पठानकोट-जोगिन्दरनगर रेलमार्ग की ओरी तरह मरम्मत की जा चुकी है और नए इंजनों का भी ट्रायल हो चुका है। कोविड-19 कि सुरक्षा के कारण हिमाचल सरकार से रेल मंत्रालय को कोई भी प्रोपोजल नहीं मिलने के कारण रेलगाड़ियां बहाल नही हो पा रही थी।

उन्होंने बताया कि रेल विभाग कोविड-19 सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखते हुए फिलहाल मार्च महीने में पठानकोट से जोगेंद्रनगर तक एक अप व एक डाउन रेलगाड़ी की आवाजाही शुरू कर रहा है। याद रहे कि पिछले एक साल  से  पठानकोट-जोगें रेलमार्ग पर रेलगाड़ियां बंद होने के कारण लोगों को मजबूरी में चार गुना किराया देकर बस से सफर करना पड़ रहा है। ज्वालामुखी रोड़ रेलवे स्टेशन से जवाली तक रेलगाड़ी ही लोगों के लिए रेलगाड़ी ही एकमात्र साधन है और इसके बीच त्रिप्पल, लुनसु, गुलेर, नन्दपुर भटोली, बरियाल, नगरोटा सूरियां, मेघराज पुरा, हरसर व जवानवाला शहर दस रेलवे स्टेशन पड़ते हैं और रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस सभी स्टेशनों पर 1200 से भी ज्यादा लोग ट्रेन से रोजाना सफर करते हैं।लेकिन ट्रेन बंद होने से इन यात्रियों को करीब चार से पांच किमी पैदल चलने के बाद 15 रुपये की जगह 125 रुपये बस किराया देकर सफर करना पड़ रहा है। पठानकोट – जोगेंद्ररनगर रेलमार्ग पर रोजाना सात अप व सात डाउन रेलगाड़ियां चलती हैं जो कोरोना के कारण बंद कर दी गई हैं।

उधर, रेलगाड़ियों की बहाली के लिए रोष मार्च कर रहे नव भारत एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी विश्वकर्मा का कहना है कि जब पूरे देश मे रेलगाड़ियां चलनी शुरू हो गयी हैं और हिमाचल में कालका शिमला रेलमार्ग पर भी चार अप व चार डाउन रेलगाड़ियां चल रही हैं तो जिला कांगड़ा के एक मात्र यातायात के सुगम साधन पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर रेलगाड़ियां क्यों बहाल नहीं कि जा रहीं। उन्होंने दोहराया कि जब तक सभी रेलगाड़ियां इस रेलमार्ग पर बहाल नही हो जाती जनता के सहयोग से नव भारत एकतादल का संघर्ष तब तक जारी रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *