आवाज़ ए हिमाचल
15 फरवरी।पहाड़ की जिंदगी जीने वाले युवा सेना भर्ती की दौड़ में हांफ रहे हैं। इसका कारण अभ्यास न करना या आरामदेय जीवन शैली है। खैर जो भी हो, लेकिन सेना में शामिल होने के लिए सख्त चयन प्रक्रिया से गुजरना है। हालांकि कुछ युवा जो लॉकडाउन के दौरान से ही लगातार सख्त अभ्यास कर रहे थे, उन्होंने आसानी से ग्राउंड टेस्ट पास कर लिया। भारतीय सेना की संयुक्त भर्ती रैली के दूसरे दिन धर्मशाला, इंदौरा व भलेई के युवाओं में सेना की वर्दी को पहनने का विशेष क्रेज दिखा। सोमवार की भर्ती के लिए युवा एक दिन पहले ही पालमपुर पहुंच गए थे। मैदान में चल रही भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए युवा सुबह चार से ही भर्ती मैदान के द्वार के पास इकट्ठा होने शुरू हो गए थे।
युवाओं में सेना की वर्दी पहनने का क्रेज कुछ इस तरह से दिख रहा है कि युवा सड़क व रेन शेल्टर पर भी रात काट रहे हैं। पहले दिन धीरा व नगराेटा बगवां और जिला चंबा के चुराह व होली के कुल पंजीकृत 2579 युवाओं में से 480 युवा अनुपस्थित रहे। दूसरे दिन सोमवार को धर्मशाला, इंदौरा व भलेई के युवाओं की भर्ती है। युवाओं में भर्ती को लेकर क्रेज दिख रहा है। लेकिन पहले दिन ज्यादातर युवा दौड़ में ही हांफ गए थे।