आवाज़ ए हिमाचल
10 फरवरी। माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर का वार्षिक बजट मंगलवार को पेश कर दिया गया है। बजट बैठक में चार करोड़ दस लाख रुपए अनुमानित आय का लक्ष्य रखा गया है, जबकि सात करोड़ 63 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल दो करोड़ सात लाख रुपए ही मंदिर की आय हुई हैं। कोविड-19 की वजह से आय का आंकड़ा घटा है। लिहाजा 2019 की आय को 25 प्रतिशत कम कर लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मंदिर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, लिहाजा मंदिर ट्रस्ट सरकार से या दूसरे मंदिर से चार करोड़ कर्ज लेगा। बैठक में रिटायर्ड होने जा रहे कर्मचारियों बारे भी चर्चा की गई। इस दौरान सुलभ शौचालय का मुद्दा भी उठा। नवनिर्मित सामुदायिक भवन को चालू करने के लिए भी चर्चा हुई। मंदिर को देव दर्शन ऐप से जोड़ने बारे भी मुद्दा उठा। लोक निर्माण विभाग जल शक्ति विभाग विद्युत विभाग व सीवरेज विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
एसडीएम अभिषेक वर्मा ने बताया कि आचार संहिता लगी होने की वजह से बजट बैठक देरी से हुई। उन्होंने बताया कि मां की जयंती 23 फरवरी को धूमधाम से मनाई जाएगी। बैठक में संग्रहालय को लेकर गंभीर चर्चा हुई। मंदिर की आय बढ़ाने के साथ व्यय को घटाने के लिए भी चर्चा हुई। लंगर को चलाने बारे निर्णय उच्च स्तर पर होगा, जबकि सराय शीघ्र खोलने की बात उन्होंने कही। श्री वर्मा ने कहा कि ऑनलाइन दान के प्रयासों के साथ-साथ कांगड़ा में प्रतिष्ठित दुकानों पर दानपात्र भी रखे जाएंगे। वृद्ध श्रद्धालु किस तरह आसानी से मंदिर तक पहुंचें, इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे। जिस रसोई घर में माता का भोग बनाया जाता है, उसे दुरुस्त किया जाएगा। मंदिर परिसर के भीतर तालाब वाले स्थल पर कोई अप्रिय घटना न हो, उसके लिए खुदाई भी करवाई जाएगी। बैठक में रामप्रसाद शर्मा, मोनू भल्ला, सत प्रकाश सोनी, राकेश मेहरा सहित तमाम सदस्य मौजूद थे।