आवाज ए हिमचाल
06 फरवरी।हिमाचल पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) संयुक्त तौर पर नशे के सौदागरों की जड़ों पर चोट करेगी। ये तस्करों की संपत्ति को अटैच करेंगे। हिमाचल पुलिस अब वित्तीय जांच पर जोर देगी। विदेशी नागरिक के कब्जे से पकड़ी 6.29 किलोग्राम हेरोइन मामले के बाद से सभी जिलों को इस संबंध में निर्देश जारी हो गए हैं। इससे पहले ड्रग्स के बढ़ते मामलों पर नकेल डालने के लिए डीजीपी विभिन्न बटालियनों के कमांडेंटों की टीम गठित कर चुके हैं। इसके सार्थक नतीजे भी सामने आए। कई जगहों पर टीमों ने दबिश दी थी।
कमेटियां भी करती हैं मॉनीटरिंग
एनडीपीएस मामलों की समीक्षा के लिए केंद्र सरकार ने केंद्र और राज्यस्तर पर अलग-अलग कमेटियां गठित की है। यह कमेटियां देश में ड्रग ट्रैफिकिंग की स्थिति को मॉनिटर करती है और नशे के खिलाफ राष्ट्रीय नीति को लागू करती है। यह कमेटी केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय का काम करती है। इसी तरह से सभी राज्यों की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश ने भी कमेटी गठित की है। इसके अध्यक्ष मुख्य सचिव होते हैं, जबकि जिलों में कमेटी के मुखिया उपायुक्त होते हैं। यह कमेटियां समय-समय पर बैठकर आयोजित कर नशे से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श करती है और उचित निर्णय भी लेती है।