आवाज ए हिमाचल
04 फरवरी।चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में वीरवार को तिरंगे के साथ विश्वविद्यालय व एन.एसी.सी. का झंडा भी स्थापित किया गया। कुलपति प्रो. हरींद्र कुमार चौधरी ने एनसीसी ध्वज के ध्वजारोहण के बाद विश्वविद्यालय के संविधिक अधिकारियों, विभागाध्यक्षों, गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों व एनसीसी कैडेट्स को संबोधित किया।उन्होंने कहा कि वर्ष 1966 में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के बाद एन.सी.सी. शुरू हो गई थी और इस संस्थान में एन.सी.सी. की स्थापना के 54 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद इसके ध्वजारोहण के लिए वह अपने आप को अति गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कुलपति ने कहा कि एन.सी.सी. ध्वज का प्रतीक ‘‘एकता व अनुशासन’’ विश्वविद्यालय के कर्मचारियों व आगंतुकों को कर्तव्यबोध कराता रहेगा और एन.सी.सी. का गान ’‘हम सब भारतीय हैं, हम सब भारतीय हैं, अपनी मंजिल एक है’’ विश्वविद्यालय परिसर में हमेशा गूंजता रहेगा।
उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि विश्वविद्यालय में बराबर संख्या में लड़कियों व लड़कों ने एन.सी.सी. के लिए पंजीकरण करवाने के बाद ‘‘सी’’ व ‘‘बी’’ प्रमाणपत्र उतीर्ण कर विश्वविद्यालय का मान बढ़ा रहे हैं। कुछ कैडैटस ने सशस्त्र बलों में भी पद हासिल किए हैं। कुलपति ने कहा कि यह भी हर्ष का विषय है कि विश्वविद्यालय की एन.एसी.सी. यूनिट में अब 100 की जगह 200 छात्र पंजीकृत हो सकेंगे। उन्होंने ‘‘सी’’ प्रमाणपत्र उतीर्ण करने वाले 27 छात्रों तथा ‘‘बी’’ प्रमाणपत्र उतीर्ण करने वाले 35 छात्रों की भी प्रशंसा की और कहा कि इनमें से अधिकतर छात्राएं हैं जिन्होंने ‘‘ए’’ ग्रेड के साथ ये परीक्षाएं उतीर्ण की हैं।
इससे पूर्व ध्वजारोहण के समय सुसज्जित वर्दीधारी एन.सी.सी. कैडेट्स ने कुलपति का जोश के साथ स्वागत किया। लै. कर्नल बी.एस. खंडवा, धर्मशाला स्थित एन.सी.सी. की 5वीं कंपनी के कमान्डिंग आॅफिसर डी.के.एस. चैहान व एन.सी.सी. आॅफिसर डा. अंकुर शर्मा भी इस छोटे से पर गरिमापूर्ण भव्य समारोह में उपस्थित थे।