आवाज ए हिमाचल
04 फरवरी। पठानकोट से ठाकुरद्वारा वाया भौरा, मिलवां तलवाड़ा होकर आने वाली बस करीब 10 माह से बंद है। इस कारण क्षेत्र के लोगों को आवाजाही के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर अब जब स्कूल खुल गए हैं, तो बच्चों को स्कूल आने जाने में परेशानी हो रही है। उन्हें चलकर स्कूल और स्कूल से घर आना पड़ रहा है। पठानकोट से ठाकुरद्वारा रूट पर एचआरटीसी की मात्र दो ही बसें वर्षों से चलती हैं। एक बस सुबह जाती है और दूसरी बस शाम को आती है। यह बस रोजाना सुबह साढ़े सात बजे पठानकोट से चलती है, जिसमें मंड क्षेत्र में पड़ते तमाम स्कूलों के बच्चे और पठानकोट की ओर से विभिन स्कूलों के शिक्षक इसी बस से आते जाते हैं।
यह रूट लॉकडाउन में पूर्णता बंद कर दिया था। उसके बाद सरकार द्वारा फिर से निगम की बसों जो रूटों पर चलाया गया, परंतु इस रूट की ओर फिर भी ध्यान नहीं दिया है। इस बस पर हिमाचल के साथ साथ सीमावर्ती पंजाब के दर्जनों गांवों के लोग भी निर्भर हैं। मंड क्षेत्र के अधिकतर लोगों को पठानकोट बस स्टैंड या फिर तलवाड़ा, ज्वालामुखी, हमीरपुर ,पालमपुर जाने के लिए मात्र एक यही बस थी।
अब सरकार ने पहली फरवरी से स्कूल भी खोल दिए हैं और मिलवां से ठाकुरद्वारा सड़क पर कई मिडल, उच्च विद्यालय और सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं, जिनमें दूर दराज गांवों से बच्चे इस बस में सवार होकर स्कूलों तक पहुंचते हैं। स्कूलों में तैनात अधिकतर स्टाफ भी पठानकोट, मोहटली, डमटाल और इंदौरा एरिया से इसी एचआरटीसी बस में आते जाते हैं। बस बंद होने से क्षेत्रवासियों को बड़ी समस्या झेलनी पड़ रही है। जनता ने परिवहन मंत्री व स्थानीय विधायक रीता धीमान से अपील की है कि यह बस रूट पुन: बहाल किया जाए, ताकि जनता की समस्या का हल हो सके।