आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
02 फरवरी।गेहड़वीं विधानसभा क्षेत्र के क्यारी गांव चल रही महा शिव पुराण कथा में प्रवचनों की अमृतवर्शा करते हुए प्रसिद्ध कथावाचक पंडित सुरेश भारद्वाज ने कहा कि महाशिवरात्रि को यदि कोई भी जीव अनायास ही व्रत करता है तो उसे निश्चित तौर पर उसका फल मिलता है। इस अवसर पर उन्होंने शिवरात्रि की महिमा पर रोचक प्रसंग सुनाते हुए बताया कि सृष्टि के आदि काल में ब्रह्मा और विष्णु आपस में युद्ध करने लगे। इस दौरान दोनों के बीच में कीर्तिमान स्तंभ के रूप में भगवान शिव शंकर प्रकट हुए। इस स्तंभ की खोज करने को ब्रह्मा हंस बनकर स्वर्ग चले गए और विष्णु भी अन्य रूप धारण कर पाताल चले गए सैकड़ों वर्षो तक इन दोनों ने वहां घोर तपस्या की लेकिन वहां पर कोई उन्हें ना आरंभ मिला और न ही आदि। फिर दोनों स्तंभ स्थान पर आ गए। पंडित सुरेश भारद्वाज ने बताया कि इस दौरान ब्रह्मा ने झूठ कहा कि उन्होंने इसका अंत पा लिया है। इतने में स्तंभ फाड़कर महादेव शंकर प्रकट हुए और उन्होंने ब्रह्मा को झूठ बोलने पर उनका एक सिर काट दिया। शंकर का रौद्र रूप एवं क्रोध को देखकर ब्रह्मा विष्णु ने प्रार्थना की और शंकर पिंडी रूप बन गए। शंकर भगवान ने कहा कि आज का दिन शिवरात्रि से प्रख्यात होगा और लोग शिवलिंग की पूजा करेंगे। उस दिन से महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है। कथा समापन के बाद भजन कीर्तन हुआ और प्रसाद भी वितरित किया गया।