आवाज ए हिमाचल
02 फरवरी। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में गायब बताए जा रहे 13 हजार पेयजल मीटरों में से करीब सात हजार का पता लग गया है। पेयजल कंपनी की ओर से करवाई जांच में कनिष्ठ अभियंताओं ने इन मीटरों को ढूंढ निकाला। अब इन उपभोक्ताओं को पिछले पेयजल बिल भी जारी होंगे। वहीं, छह हजार मीटरों की तलाश अभी भी जारी है। कंपनी की ओर से अभी तक 22 हजार उपभोक्ताओं को पेयजल बिल जारी किए हैं। बाकी 13 हजार उपभोक्ताओं को बिल जारी नहीं हो पाए थे। कंपनी ने बिल जारी करने का जिम्मा जिस ठेकेदार को दिया है, उसने रिपोर्ट दी थी कि करीब 13 हजार उपभोक्ताओं के पेयजल मीटर नहीं मिल रहे।
रीडर अपने-अपने वार्डों में जाकर इन्हें चेक कर चुके हैं, लेकिन मौके से मीटर नहीं मिले हैं। इसके बाद कंपनी ने कनिष्ठ अभियंताओं को अपने-अपने वार्ड के गायब हुए मीटरों का पता लगाने को कहा था। 31 जनवरी तक इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी। जांच में सामने आया कि कई लोगों के पेयजल मीटर घरों के अंदर मिले हैं तो कई जगह मीटर ऐसे स्थान पर लगे हैं जहां रीडिंग करना मुश्किल है। कई मीटर खराब, टूटे हुए, जमीन में दबे हुए भी मिले हैं। ऐसे में कुल कितने मीटर हैं, इसकी रिपोर्ट आना बाकी है।
बाकी मीटरों का 15 फरवरी तक देना होगा रिकॉर्ड
अभी तक कनिष्ठ अभियंताओं ने सात हजार मीटरों की रिपोर्ट दे दी है। बाकी छह हजार मीटरों की जांच होना बाकी है। पेयजल कंपनी ने इसके लिए अभियंताओं को 15 फरवरी तक का वक्त दिया है। पेयजल कंपनी के एजीएम गोपाल कृष्ण ने बताया कि अभी करीब सात हजार मीटरों की रिपोर्ट आई है। इन्हें अब पिछले बिल जारी करेंगे। बाकी गायब मीटरों की जांच 15 फरवरी तक पूरा करने को कहा गया है।