आवाज ए हिमाचल
13 अक्टूबर।पालमपुर (कांगड़ा)। उम्र केवल संख्या होती है, यह बात पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने रविवार को साबित कर दी। 92 साल की उम्र में शांता कुमार ने पालमपुर में हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पथ संचलन कार्यक्रम में भाग लेकर यह संदेश दिया कि जब दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो उम्र भी किसी के हौंसले को डगमगा नहीं सकती।
शांता कुमार ने आरएसएस के ड्रेस कोड काली टोपी, खाकी पैंट और सफेद शर्ट में शिरकत की। पिछले कई सालों से सक्रिय राजनीति से दूर हो चुके शांता कुमार के इस कार्यक्रम में आने की संभावना पहले कम मानी जा रही थी। बचपन से ही आरएसएस की शाखाओं से जुड़े शांता कुमार ने संघ के प्रचार और अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लिया है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक में शांता कुमार उम्र के लिहाज से लाल कृष्ण आडवानी के बाद दूसरे नंबर पर आते हैं। मुरली मनोहर जोशी उनसे दो साल छोटे हैं। 92 साल की उम्र में भी संघ की शाखाओं में सक्रिय भागीदारी उनके लिए एक बड़ा उदाहरण मानी जा रही है, जबकि उनकी उम्र के अधिकांश लोग अब शाखाओं से दूर रह जाते हैं।
शांता कुमार ने कहा कि आरएसएस देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इसकी उपलब्धियों को गिनाना मुश्किल है क्योंकि ये समाज में सीधे दिखाई देती हैं। उन्होंने राष्ट्र को मजबूत बनाने, देश की संस्कृति, त्याग, समाज समरसता और नागरिकों में राष्ट्रवाद एवं एकात्म मानववाद के भाव बढ़ाने के संघ के कार्यों की सराहना की।