आवाज ए हिमाचल
21 सितम्बर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश को संबोधित करेंगे। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन शाम पांच बजे होगा। प्रधानमंत्री के संबोधन के विषय के बारे में मीडिया रिपोर्ट में कयास लगाया जा रहा है कि वे जीएसटी के रिफॉर्म पर बात कर सकते हैं। बता दें कि, देश में कल से जीएसटी 2.0 की नई दरें लागू होंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषणा की थी कि जीएसटी सुधार दिवाली तक लागू कर दिए जाएंगे।हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उनका यह संबोधन नवरात्रि की पूर्व संध्या पर होगा, जिस दिन से जीएसटी दरों में कटौती लागू होगी और बड़ी संख्या में उत्पादों की कीमतों में कमी आने की संभावना है। बता दें कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन के दौरान जीएसटी रिफॉर्म की बात कही थी। जिसके बाद जीएसटी काउंसिल की बैठक में जीएसटी की दो दरें (12 और 28 फीसदी) को हटाने का फैसला किया गया जीएसटी दरों में बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा था- अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान मैंने जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधार लाने के हमारे इरादे के बारे में बात की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधार लाना है, जिससे आम लोगों का जीवन आसान हो और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बने। प्रधानमंत्री ने बताया कि इन सुधारों से किसान, एमएसएमई सेक्टर, मध्यम वर्ग, महिलाएं और युवा सभी लाभान्वित होंगे। छोटे व्यापारियों और कारोबारियों के लिए व्यापार करना आसान होगा और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इन सुधारों का उद्देश्य आम लोगों की जिंदगी को सरल बनाना और छोटे व्यवसायों के लिए कारोबार का माहौल बेहतर करना है।जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि आम आदमी और मध्यम वर्ग के इस्तेमाल की वस्तुओं में बड़ी छूट दी गई है। सरकार ने पहले के 12 और 18 फीसदी जीएसटी को कम करके 5 फीसदी कर दिया है साथ 5% वाले कर दर को घटाकर शून्य कर दिया है। उन्होंने कहा कि, ‘जीएसटी दरों की श्रेणी में 40% के विशेष दर का प्रावधान किया गया है। अब पान मसाला, सिगरेट, गुटखा और अन्य तंबाकू उत्पाद पर जीएसटी दर 40% होगी।’फिलहाल, 0% टैक्स जरूरी खाद्य वस्तुओं पर, 5% रोजमर्रा की चीजों पर, 12% सामान्य सामान पर, 18% इलेक्ट्रॉनिक्स और सेवाओं पर, और 28% लग्जरी/हानिकारक वस्तुओं पर लगता है। नए सिस्टम में 12% और 28% की दरें खत्म होंगी। वर्तमान जीएसटी ढांचे में सबसे ज्यादा कमाई (65%) 18% टैक्स स्लैब से होती है, जबकि 28% वाले लग्जरी/हानिकारक सामान से 11%, 12% वाले स्लैब से 5%, और 5% वाले रोजमर्रा के सामान से 7% योगदान आता है।