आवाज़ ए हिमाचल
30 जनवरी। उपायुक्त देवाश्वेता बनिक ने कहा है कि गुड गवर्नेंस इंडेक्स यानि सुशासन सूचकांक में हमीरपुर जिला की रैंकिंग में और सुधार के लिए सभी अधिकारी अपने-अपने विभागों से संबंधित योजनाओं के तेजी से कार्यान्वयन के साथ-साथ इनसे संबंधित रिपोर्टिंग पर भी विशेष ध्यान दें। शनिवार को यहां हमीर भवन में सुशासन सूचकांक की जिला स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए देवाश्वेता बनिक ने ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कई बार विभाग विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन में अच्छा कार्य करते हैं, लेकिन आवश्यक सूचनाओं एवं डाटा के संबंध में त्वरित एवं सही रिपोर्टिंग न होने के कारण उनका यह अच्छा प्रदर्शन सुशासन सूचकांक में शामिल नहीं हो पाता है।
इसलिए विभागीय अधिकारी इसका विशेष ध्यान रखें तथा जिला सांख्यिकीय अधिकारी कार्यालय को नियमित रूप से नवीनत्तम सूचना एवं डाटा उपलब्ध करवाएं। उपायुक्त ने कहा कि वर्ष 2019 में हमीरपुर को जिला सुशासन सूचकांक में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ था और जिला को तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 लाख रुपए की धनराशि मिली है। इसके लिए जिला के सभी अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। देवाश्वेता बनिक ने कहा कि सुशासन सूचकांक में हमीरपुर जिला को पहले पायदान पर लाने के लिए सभी विभाग तेजी से कार्य करें। उन्होंने बताया कि सुशासन सूचकांक की रैंकिंग के लिए सरकार ने कुछ मानक एवं संकेतक तय किए हैं।
विभागीय अधिकारी इन मानकों के तहत विकासात्मक योजनाओं के लक्ष्य हासिल करने के लिए त्वरित कदम उठाएं।बैठक में जिला सुशासन सूचकांक में प्राप्त पुरस्कार राशि को खर्च करने को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई। उपायुक्त ने इस संबंध में अधिकारियों को दस दिन के भीतर अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिला सांख्यिकीय अधिकारी सुनील कुमार ने जिला सुशासन सूचकांक के संबंध में विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एसपी कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एडीएम जितेंद्र सांजटा और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।