आवाज ए हिमाचल
13 सितम्बर।हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। शनिवार सुबह बिलासपुर जिले की उप तहसील नम्होल के गुतराहन गांव में बादल फटने से दो वाहन मलबे में दब गए और पांच अन्य क्षतिग्रस्त हुए। ग्रामीणों की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को निकाल लिया गया है। मलबा आने से नम्होल-डाबर सड़क बंद हो गई, जबकि खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीण कश्मीर सिंह की खेती भारी बारिश से प्रभावित हुई। पानी का बहाव सड़क की ओर मुड़ गया, जिससे गांव बड़ी तबाही से बच गया।
इधर, घुमारवीं क्षेत्र में सीर खड्ड का जलस्तर दो दिन से हो रही लगातार बारिश के कारण खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। इस बरसात में अब तक का यह सबसे अधिक जलस्तर दर्ज किया गया है।राज्यभर में शनिवार सुबह 10 बजे तक तीन नेशनल हाईवे सहित 577 सड़कें भूस्खलन के कारण बंद रहीं। 389 बिजली ट्रांसफार्मर व 333 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हैं। कुल्लू जिले में सबसे अधिक 174 सड़कें, मंडी में 166, शिमला में 48, कांगड़ा में 45, चंबा में 44 और सिरमाैर में 28 सड़कें बाधित हैं।उधर, भरमौर-पठानकोट हाईवे पर तुन्नूहट्टी, लाहड़ और मैहला के समीप बीती रात भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ। इससे हाईवे पर छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्री रातभर फंसे रहे। एनएच मंडल के अधिशासी अभियंता मीत शर्मा ने बताया कि भारी बारिश से पेड़ गिरने और मलबा आने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रभावित हुई है।