आवाज ए हिमाचल
11 सितम्बर। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मलेंद्र राजन ने आज उपमंडल स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारी वर्षा तथा पौंग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण ब्यास नदी में आई बाढ़ से लोगों को व्यापक नुकसान हुआ है। अभी भी कुछ स्थानों पर पानी भरा हुआ है तथा बांध से लगभग 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
विधायक ने कहा कि इस कठिन परिस्थिति में राहत और पुनर्वास कार्यों में सभी विभागों ने आपसी समन्वय से बेहतर कार्य किया है, लेकिन अभी कार्य रुकना नहीं चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित पंचायतों में पटवारी, पंचायत सचिव व ब्लॉक जेई की कमेटी गठित कर 20 सितम्बर तक नुकसान का आंकलन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए।
उन्होंने कहा कि जो लोग अपना नुकसान ऑनलाइन दर्ज करवाने में सक्षम नहीं हैं, उनके नुकसान का आंकलन कर भी रिपोर्ट तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मकान, घरेलू सामान, भूमि एवं पशुधन के नुकसान का समुचित मुआवजा उपलब्ध करवाएगी। कोई भी प्रभावित परिवार सहायता से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को मंड क्षेत्र में अवैज्ञानिक खनन पर कड़ी निगरानी रखने और आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
इंदौरा वार्ड-2 में तारा खड्ड से घरों में पानी घुसने से हुए नुकसान का जिक्र करते हुए विधायक ने बताया कि तारा खड्ड पर धुसी बनाई जाएगी। उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि वे शीघ्र ही अपने अनापत्ति प्रमाण पत्र विभागीय अधिकारियों को जमा करवाएं ताकि पर्याप्त फंड उपलब्ध करवाकर धुसी का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी खड्ड पर धुसी निर्माण कार्य लोगों के अनापत्ति प्रमाण पत्र न देने के कारण अधूरा रह गया था।
बैठक के बाद विधायक ने एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर तथा विभागीय अधिकारियों के साथ इंदौरा वार्ड-2 तथा भोगरवां के मलाल गाँव में बाढ़ से हुए नुकसान का भी जायजा लिया।
विधायक ने कहा कि जनता की सेवा सर्वोच्च दायित्व है और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता है।
बैठक में एसडीएम डॉ सुरिंद्र ठाकुर, तहसीलदार अमनदीप, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी दीपक महाजन, खनन अधिकारी सुरेश,एसएमएस कृषि बोधराज, एचडीओ बागवानी जोगिंदर तथा एसडीओ विद्युत शंकर दयाल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।