आवाज ए हिमाचल
18 फरवरी।उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि वेटलैंड के संरक्षण और व्यापक उपयोग को बढ़ावा के लिए कारगर कदम उठाए जाएं। मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में वेटलैंड के संरक्षण को लेकर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि वेटलैंड समाज को पर्यावरण संतुलन प्रदान करती हैं जैसे कि पानी से हानिकारक अपशिष्टों को शुद्ध करती है।उन्होंने कहा कि जल चक्र के लिए वेटलैंड्स का काफी महत्व है। जल संग्रहण, भूजल स्तर को बनाए रखने और पानी की सफाई तक में इसकी भूमिका है। बाढ़ का पानी अपने में समटेकर यह इंसानी आबादी को बाढ़ से बचाने में मददगार है। मौसम परिवर्तन की घटनाएं जैसे बाढ़ और सूखे से निपटने में कई वेटलैंड्स सहायक हैं।
मछली, मखाना और अन्य जलीय पौधों की खेती करने वाले लोगों का रोजगार वेटलैंड्स पर निर्भर करता है। धरती पर कार्बन संग्रह करने वाले स्रोतों में वेटलैंड्स का नाम शीर्ष पर आता है
उपायुक्त ने कहा कि कांगड़ा जिला में पौंग बांध, करेरी तथा बड़ा भंगाल में वैटलैंड चयनित की गई है तथा इन क्षेत्रों को विकसित करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि वैटलैंड क्षेत्रों की सीमांकन का कार्य, डिवल्पमेंट प्लान तथा जल ग्रहण उपचार योजना शीघ्र तैयार की जाए ताकि वेटलैंड के संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम उठाए जाएं इसके साथ ही वेटलैंड के माध्यम से इको टूरिज्म को भी बढ़ाया दिया जाए। उन्होंने कहा कि वैटलेंड संरक्षण के लिए आम जनमानस की सहभागिता भी जरूरी है तथा लोगों को जागरूक भी किया जाए।इस अवसर पर एसडीएम, वन विभाग तथा कृषि विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।