आवाज ए हिमाचल
05 फरवरी।राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारी कांग्रेस सरकार के खिलाफ 11 फरवरी को हमीरपुर से संघर्ष का बिगुल फूंकेंगे। बुधवार को राजधानी शिमला स्थित बिजली बोर्ड मुख्यालय कुमार हाउस के बाहर प्रदर्शन कर 700 पद समाप्त करने का फैसला वापस लेने की मांग उठाई गई। पुरानी पेंशन योजना की बहाली, नई भर्तियां नहीं होने और बकाया वित्तीय लाभ नहीं मिलने पर रोष जताते हुए कर्मचारियों, पेंशनरों और अभियंताओं के संयुक्त मोर्चा ने पूरे प्रदेश में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।बुधवार को भोजनावकाश के दौरान सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए संयुक्त मोर्चा के संयोजक लोकेश ठाकुर और सह संयोजक हीरालाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड के ढांचे के साथ छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार और प्रबंधन वर्ग ने युक्तिकरण की प्रक्रिया को बंद नहीं किया जो पूरे प्रदेश में आंदोलन उग्र किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा की मुख्य मांग है कि बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन बहाल की जाए। बोर्ड में युक्तिकरण के नाम पर पदों को समाप्त करना बंद किया जाए। नई भर्तियां जल्द शुरू की जाए। बिजली कर्मचारियों व अभियंता के साथ जून 2010 में हुए समझौते को लागू करते हुए बिजली बोर्ड़ के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। इस फैसले का उल्लंघन न किया जाए। बोर्ड पेंशनर्स के सेवानिवृत्ति लाभ और पेंशन की बकाया राशि की अदायगी शीघ्र की जाए। आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाए और भविष्य में आउटसोर्स भर्ती बंद की जाए। सबस्टेशन व पावर हाउस की ऑपेरशन एंड मेंटेनेंस आउटसोर्सिंग बंद की जाए।