आवाज ए हिमाचल
04 फरवरी।हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों के सीखने के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। यह निष्कर्ष प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से जारी असर(ASER 2024) रिपोर्ट में सामने आया है। प्रथम संस्था की ओर से यह रिपोर्ट शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को सौंपी गई। इस दौरान राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, राजेश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से शिक्षा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखने को मिला है। उन्होंने असर रिपोर्ट के निष्कर्षों को सराहनीय बताते हुए अगले शैक्षणिक सत्र में सुधारात्मक कदम उठाने पर जोर दिया। समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने शिक्षा मंत्री को आश्वस्त किया कि बच्चों के सीखने के स्तर में और सुधार के लिए समग्र शिक्षा के तहत व्यापक एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा ।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ने की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। वर्ष 2022 में जहां तीसरी कक्षा के मात्र 23.0 फीसदी बच्चे भाषा में दूसरी कक्षा के स्तर का पाठ पढ़ सकते थे, वहीं अब 2024 में यह संख्या दोगुनी होकर 46.6 फीसदी हो गई है। इस उपलब्धि के साथ हिमाचल पूरे देश में शीर्ष स्थान पर है।
गणित की दक्षता में भी हिमाचल के सरकारी स्कूलों के बच्चों ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। 2022 में कक्षा तीन के केवल 31.3 फीसदी बच्चे घटाव के सवाल हल कर पाते थे, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 46.7 फीसदी हो गई। यानी पिछले दो वर्षों में इसमें 15.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। गणित में ही पांचवीं कक्षा के बच्चों की भाग करने की क्षमता में भी सुधार दर्ज किया गया है। 2022 में जहां 38.1 फीसदी छात्र भाग के सवाल हल कर सकते थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 44 फीसदी हो गया। यानी इसमें 5.9 फीसदी का सुधार हुआ है।प्रथम की ओर से संचालित असर सर्वेक्षण के तहत सितंबर-अक्तूबर 2024 में देशभर के 605 जिलों के ग्रामीण इलाकों में 3 से 16 वर्ष की आयु के कुल 6,49,491 बच्चों को शामिल किया गया। प्रदेश में इस सर्वे में 11,421 बच्चे शामिल किए गए। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं में भी अपेक्षित सुधार हुआ है।