आवाज ए हिमाचल
20 दिसंबर।हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन यूनिट गज कि बैठक मंडल परिसर में सम्पन हुई। बैठक की अध्यक्षता कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कामेश्वर शर्मा ने की।इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में युक्तिकरण के नाम पर कमेटी का गठन किया गया है,जिससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।प्रदेशाध्यक्ष ने बिजली बोर्ड की खराब स्थिति के लिए सरकार की गलत नीतियों को जिमेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के ऊपर काम का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा और कर्मचारी हर समय दबाब में काम करेंगे,साथ ही युक्तिकरण से कर्मचारियों की सेवा शर्ते भी प्रभावित होगी और युक्तिकरण से जिन कर्मचारियों का केडर कंट्रोल मंडल, वृत व् मुख्या अभियंता कार्यालय हैं, उनकी पदोन्नति वेतन वृद्धि तथा कन्फर्मेशन से सबंधित सभी कार्य प्रभावित होंगे। यूनियन ने कहा कि इस तरह का युक्तिकरण मंजूर नहीं है।प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने 1971 से लेकर आज दिन तक अपने उपभोक्ताओं को कर्मचारियों की भारी कमी के बावजूद भी प्रदेश में शतप्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल किया है और अपने उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत् आपूर्ति उपलब्ध करवाई है, लेकिन गत दो वर्षों से बिजली बोर्ड को एक प्रयोगशाला बना दिया गया है।जिससे बिजली बोर्ड भारी वित्तीय संकट से गुजर रहा है। कर्मचारियों के ओवर टाइम, मेडिकल बिल तथा यात्रा भत्ता तथा जनवरी, 2022 से लंबित महंगाई भत्ते की बकाया राशी तथा पेंशनर की लीव इंकैशमेंट रिटायरमेंट ग्रेच्युटी पिछले डेढ़ वर्ष से प्रबंधक वर्ग के पास लंबित है।बिजली बोर्ड में वर्ष 2021 से कोई भी नई भर्ती नहीं की गई है।विद्युत बोर्ड में प्रतिवर्ष भिन्न भिन्न पदों से 900 के लगभग कर्मचारी सेवानिवृत हो रहें हैं, इसी अनुपात में बिजली बोर्ड में नई भर्ती की जाए।अनुभाग में शिफ्ट ड्यूटी होती है,वहां पहले 15 से 20 कर्मचारी कार्यरत थे, वहां अब दो से तीन कर्मचारी ही कार्यरत है, ऐसे में उपभोताओं को सुचारू विद्युत आपूर्ति मुहैया करवाना चुनौती बन गया है।कर्मचारी आए
दिन हादसों का शिकार हो रहे
हैं,जिसमे पछले वर्ष लगभग 45 कर्मचारी दुर्घटनाओं का शिकार हुए है।इस दौरान 9 स्थाई कर्मचारी व 5 आउटसोर्स कर्मचारियों ने
अपनी जान गवाई है।इस वर्ष भी अभी तक 7 कर्मचारियों ने अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हुए जान गवाई है, यूनियन ने प्रदेश सरकार व बोर्ड प्रबंधन से मांग की है कि बिजली बोर्ड में भिन्न भिन्न श्रेणियों के लगभग 7000 पद रिक्त हैं।उन पदों पर नई भर्ती करने का प्रबंध करे तथा 25 मई 2023 को सर्विस कमेटी द्वारा स्वीकृत किए गौर 1030 पदों प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इसके अलावा भी कर्मचारी और अभियंता जॉइंट फ्रंट ने कर्मचारीयों और अभियंताओं
से सबंधित अन्य मांगो को भी सरकार व प्रबंधक वर्ग के समक्ष उठाया है। बैठक में राज्य उप महासचिव मनेश कुमार, प्रैस सचिव नीतिश कुमार, सयुक्त सचिव संजीव ठाकुर,उप-प्रधान विनोद कुमार, संगठन सचिव अवनी,मनोज सूद व् हमीरपुर यूनिट के सचिव राजेश कुमार, पालमपुर यूनिट के प्रधान प्रदीप कुमार, नगरोटा यूनिट के सचिव कपिल, शाहपुर यूनिट के प्रधान राजीव व सचिव प्रदीप विशेष रूप से उपस्थित रहे ।