आवाज ए हिमाचल
19 दिसंबर।हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन नियम 67 के तहत लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि एक पूर्व मंत्री की पत्नी को प्रवक्ता बनाने के लिए भाजपा सरकार ने नियम ही बदल दिए। इस फैसले से विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ हुआ। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने उच्च शिक्षा में 60 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वालों को ही गेस्ट टीचर रखने का फैसला लिया है। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। पूर्व की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया। कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में हिमाचल में बड़े-बड़े घोटाले हुए। हजार करोड़ रुपये का ऐसा सामान खरीदा गया, जिसका इस्तेमाल ही नहीं किया गया। पेपर लीक हुए। इसकी जांच होनी चाहिए। ठेकेदारों की लड़ाई में उनका नाम घसीटा गया है।