आवाज ए हिमाचल
17 दिसंबर।हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए मंगलवार को धर्मशाला पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का लोगों ने जोरदार स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने कहा कि राज्य सरकार विधानसभा सत्र के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सत्र के दौरान जनता से जुड़े मुद्दे उठाने चाहिए। विपक्ष वाकआउट छोड़कर लोगों के मुद्दे उठाए और विधानसभा की चर्चा में भाग ले। सुक्खू ने कहा कि पिछले कुछ समय से देखा गया है कि विपक्ष सदन में अपनी बात रखता है और जब मंत्री उसका जवाब देने लगते हैं तो वाकआउट करके सदन छोड़कर बाहर चला जाता है।विपक्ष को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर विपक्ष में तालमेल की कमी है और विपक्ष कई धड़ों में बंटा हुआ है। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के विरुद्ध भाजपा के कुछ विधायक षडयंत्र रच रहे हैं। इसलिए शायद वह सर्वदलीय बैठक में नहीं आए होंगे। सत्र शुरू होने से पहले परंपरा के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाकर बैठक करते हैं। अगर नेता प्रतिपक्ष सर्वदलीय बैठक में किसी कारणवश शामिल होने में असमर्थ होते हैं तो वह अपने प्रतिनिधि को इस बैठक में भेजते हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, जो गरिमा के विरुद्ध है।विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस सरकार के सदन में तेवर आक्रामक रहेंगे। केंद्र सरकार की अनदेखी को कांग्रेस विधायक मुद्दा बनाएंगे। मंगलवार शाम को धर्मशाला के होटल धौलाधार में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई गई। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों को भाजपा विधायकों के हर सवाल का तथ्यों के साथ जवाब देने के निर्देश दिए। सदन में विपक्ष के आरोपों का सरकार की उपलब्धियों से जवाब देने को मुख्यमंत्री ने कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने 2 वर्ष के कार्यकाल के दौरान समाज के सभी वर्गों के लिए नई योजनाएं शुरू की है। इन योजनाओं को विधानसभा सदन के भीतर भाजपा के आरोप लगाए जाने पर जोरदार तरीके से बताया जाए। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी कांग्रेस विधायकों को सदन में किस प्रकार से भाजपा का मुकाबला करना है, इसको लेकर जानकारी दी। बैठक में पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक कुलदीप राठौर बैठक में नहीं पहुंचे। विक्रमादित्य सिंह राज्य से बाहर थे जबकि अनिरूद्ध सिंह व कुलदीप राठौर देर से धर्मशाला पहुंचे।