आवाज ए हिमाचल
28 जनवरी। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (केसीसीबी) लोन से जुड़े घपले की जांच कर रहे विजिलेंस ने हिमाचल प्रदेश सरकार से एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ जांच करने की अनुमति मांगी है। यह अनुमति विजिलेंस की ओर से पूर्व में दर्ज एक मामले में अधिकारी की भूमिका के संबंध में मांगी गई है। सूत्रों का कहना है कि चूंकि खुद भाजपा ने अपनी चार्जशीट में इस मामले की जांच की मांग की थी और उसके बाद ही सत्तासीन होने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देश पर इसकी तफ्तीश शुरू हुई।
दरअसल, सरकार के आदेश पर चार्जशीट में लगाए गए आरोपों की विजिलेंस ने जांच शुरू की। गड़बड़ी मिलने पर केसीसी बैंक से संबंधित लोन वितरण के कई मामलों में एफआईआर दर्ज की गई। बैंक के कई अफसर गिरफ्तार भी किए गए। जिस लोन वितरण मामले की जांच हो रही है, उसमें अभी तक तत्कालीन एमडी और वर्तमान में विशेष सचिव शिक्षा राखिल काहलों से पूछताछ नहीं की जा सकी थी। विजिलेंस ने अब उनके खिलाफ जांच करने की अनुमति सरकार से मांगी है।