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बबलू सूर्यवंशी, नादौन। राजकीय उत्कृष्ट कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नादौन में सात दिवसीय एनएसएस कैंप के छठे दिन स्थानीय थाना प्रभारी बी. आर. शर्मा ने छात्राओं के साथ एक महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में उन्होंने भारतीय संविधान, कानून व्यवस्था और समाज में महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रदान की। थाना प्रभारी बी. आर. शर्मा ने छात्राओं को संविधान के विभिन्न विवरण, उनके अधिकार, विशेष कानूनों के बारे में अवगत करवाया।
उन्होंने साइबर अपराध के प्रति बढ़ती विचारधारा को लेकर भी छात्राओं सलाह दी है और बताया है कि जागरूकता के माध्यम से साइबर अपराध से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति सतर्कता बेहद जरूरी है, खासकर युवाओं के लिए। थाना प्रभारी ने लड़कियों की आत्मरक्षा पर विशेष जोर देते हुए उन्हें आत्मरक्षा के महत्वपूर्ण उपाय और तकनीक के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा के हर रहस्य को सीखना चाहिए, ताकि वे किसी भी तरह की आपत्ति की स्थिति में खुद को सुरक्षित रख सकें। इस अवसर पर यातायात प्रभारी नरेश कुमार एवं सहयोगी सुमन कुमार भी उपस्थित रहे। उन्होनें इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के रखरखाव और सुरक्षा उपायों के विषय में भी छात्राओं को जागरूक किया।
इस अवसर पर विद्यालय के संस्कृत शिक्षक नरेश मलोटिया ने मंच का संचालन किया। उन्होंने थाना प्रभारी एवं उनके सहयोगियों का स्वागत करते हुए महत्वपूर्ण एवं विशिष्टजनों को साझीदार बनाने के लिए धन्यवाद दिया
इस सात दिवसीय एनएसएस कैंप की प्रभारी सीमा रानी और उप प्रभारी राहुल जैन विद्यालय में 54 लड़कियों के साथ लगातार जुड़कर उनकी सुरक्षा और सुव्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं। कैंप के माध्यम से बेटियों को न केवल शिक्षा के क्षेत्र में दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, बल्कि सामाजिक, कानूनी और व्यक्तिगत सुरक्षा की दृष्टि से भी यह कैंप महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस उपलक्ष्य पर संगीत अध्यापक नरेंद्र सिंह ठाकुर व भूगोल प्रवक्ता विनोद अवस्थी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
स्कूल के विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन में विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर और वैज्ञानिक नागरिक बनने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। उन्होनें थाना प्रभारी बी. आर. शर्मा और उनकी टीम का भी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने पर धन्यवाद किया। इस प्रकार छात्राओं ने जीवन में ज्ञान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की भावना के महत्व को समझा।