आवाज ए हिमाचल
जबलपुर। अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाली अभिनेत्री एवं मंडी संसदीय सीट से भाजपा सांसद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कंगना के एक बयान को लेकर मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें नोटिस भेजा है और बयान पर साफाई देने को कहा है। दरअसल कंगना ने देश की आजादी को लेकर एक बयान दिया था, जिस पर अब हाईकोर्ट ने एक्शन लिया है।
बता दें कि कंगना रनौत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारत को 1947 की आजादी संघर्ष नहीं बल्कि भीख में मिली थी। इस बयान को एडवोकेट अमित कुमार साहू ने आपत्तिजनक मानते हुए 2021 में कंगना के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई थी।
अपनी याचिका में एडवोकेट ने कहा था कि कंगना ने जो बयान दिया है वह बेहद आपत्तिजनक है। ये कहीं से भी ठीक नहीं है। भारत की आजादी के लिए लोगों ने बलिदान दिए हैं। एडवोकेट अमित शाहू की इस याचिका पर कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कंगना रनौत को रजिस्टर्ड नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने कंगना से जवाब मांगा है कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया। इस मामले की अगली सुनवाई अब 5 नवंबर को होगी।
गौरतलब है कि कंगना रनौत ने कहा था कि देश को असली आजादी 2014 में मिली है, जो आजादी 1947 में मिली थी वो भीख थी। उसके बाद आई कांग्रेस सरकार भी अंग्रेजों की एक्सटेंशन रही। देश को असली आजादी 2014 के बाद मिली। कंगना के इस बयान के बाद बवाल खड़ा हो गया था। कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग उठी थी।