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शिमला, 24 सितंबर। गेहूं सप्लाई के नाम पर एक कारोबारी को ठग ने 2.90 लाख की चपत लगा दी। ठग ने कारोबारी को गेहूं सप्लाई करने का झांसा दिया था। शातिर के झांसे में आकर कारोबारी ने एडवांस में पेमेंट भी कर दी। लेकिन फिर भी गेहूं की सप्लाई नहीं की गई। इतना ही नहीं शातिर ने कारोबारी को फर्जी चेक भी थमा दिया। पीड़ित कारोबारी ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है। मामला शिमला शहर के बालूगंज थाना क्षेत्र में सामने आया है।
दरअसल, कारोबारी को शातिर ठग ने पैसे लेकर गेहूं की सप्लाई का वादा किया था। कारोबारी ने इसकी एडवांस पेमेंट भी कर दी। लेकिन न ही गेहूं की डिलीवरी पहुंची और न ही आरोपित ने एडवांस में ली रकम कारोबारी को लौटाई।
शिमला के कोहबाग निवासी कारोबारी रमेश चंद ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसकी अपनी फ्लोर मिल है। इसी साल मई के महीने में पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला सतनाम सिंह उसके संपर्क में आया। सतनाम सिंह ने अपना परिचय गेहूं की सप्लाई करने वाले के तौर पर दिया। उसने कारोबारी को पंजाब से 2250 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं उपलब्ध करवाने का वायदा किया। कारोबारी उसकी बातों में आ गया और उसने सौदा तय कर लिया। जिसके लिए कारोबारी ने सतनाम सिंह को 2.90 लाख रुपए की पेमेंट की। लेकिन सतनाम सिंह ने एडवांस में ये रकम लेने के बावजूद उसे गेंहू की सप्लाई नहीं पहुंचाई। पीड़ित कारोबारी के मुताबिक वह अपनी रकम लेने के लिए बीते चार जुलाई 2024 को सतनाम सिंह के पास गया। इस दौरान आराेपी ने उसे एक चेक थमाया, लेकिन वो भी फर्जी निकला है।
शिकायतकर्ता कारोबारी का कहना है कि सतनाम सिंह ने उसे जो चेक दिया, वो फर्जी है। इस पर कारोबारी ने सतनाम सिंह के खिलाफ पुलिस थाना बालूगंज में शिकायत दी है। उधर, पुलिस ने कारोबारी की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
शिमला पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि फ्लोर मिल चलाने वाले कारोबारी से ठगी हुई है। कारोबारी की शिकायत पर आईपीसी की धारा 420 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। इस मामले में अभी तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।