आवाज ए हिमाचल
सोलन। प्रदेश की 615 ग्राम पंचायतों में से 145 में किए गए सोशल ऑडिट में 33.75 लाख रुपए घपला सामने आया है। हमीरपुर जिले को छोड़कर प्रदेश के अन्य 11 जिलों में सोशल ऑडिट शुरू हो गया है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में हजारों रुपए की नियमितताएं सामने आई हैं। 36.06 लाख रुपए में से 7.61 लाख रुपए डेविएशन के हैं या यूं कहें कि एक कंपोनेंट का पैसा दूसरे कंपोनेंट पर खर्च किया गया है। मनरेगा में सोशल ऑडिट के लिए गठित सामाजिक अंकेक्षण इकाई ने संबंधित बी.डी.ओ. को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में 36.06 लाख रुपए की यह अनियमितता चालू वित्त वर्ष 2024-25 की है। मनरेगा की अनियमितता में जिला सिरमौर सबसे आगे है। जिला सिरमौर में सबसे अधिक 33.75 लाख रुपए की अनियमितता सामने आई है। प्रदेश में सबसे अधिक गड़बड़ी के मामले मस्ट्रोल व बिलों से संबंधित हैं, जो कई पंचायतों के पास मौके पर नहीं मिले।
कई ऐसे विकास कार्य हैं जो मौके पर किए गए हैं और पेमेंट का भुगतान भी किया गया है। सामाजिक अंकेक्षण इकाई के कार्यकारी निदेशक विजय बरागटा ने बताया कि सोशल ऑडिट रूटीन की कार्रवाई है। ग्राम सभा की बैठकों में इसे वैरीफाई किया जाएगा। इस बारे में सभी विकास खंड अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा की बैठकों में सोशल ऑडिट पर चर्चा होगी। इसलिए इस राशि के घटने की उम्मीद है।
किस जिले में कितनी अनियमितताएं
बिलासपुर जिले की 176 ग्राम पंचायतों में से 19 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 5010 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। चम्बा जिले की 309 ग्राम पंचायतों में से 8 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 4,432 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है, जबकि डेविएशन में 5,054 लाख रुपए की वित्तीय गड़बड़ी पाई गई है। कांगड़ा जिले की 814 ग्राम पंचायतों में से 16 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 9,316 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। किन्नौर जिले की 73 ग्राम पंचायतों में से 3 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 280 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। कुल्लू जिले की 235 ग्राम पंचायतों में से 31 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 1.56 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। मंडी जिले की 560 ग्राम पंचायतों में से 2 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में हजार रुपए से कम की वित्तीय अनियमितता सामने आई है।
शिमला जिले की 412 ग्राम पंचायतों में से 17 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 18,195 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है, जबकि डेविएशन में 2,190 रुपए की वित्तीय गडबडी पाई गई है। सिरमौर जिले की 259 ग्राम पंचायतों में से 17 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 5.39 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है, जबकि डेविएशन में 28.37 लाख रुपए की वित्तीय गड़बड़ी पाई गई है। सोलन जिले की 240 ग्राम पंचायतों में से 5 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 4 हजार रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है।
लाहौल स्पीति जिले की 246 ग्राम पंचायतों में से 10 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 2,574 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई। ऊना जिले की 246 ग्राम पंचायतों में से 17 पंचायतों में किए गए सोशल ऑडिट में 20,904 रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई है, जबकि डेविएशन में 1,388 रुपए की वित्तीय गडबडी पाई गई है।