आवाज़ ए हिमाचल
बीबीएन। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन व राज्य औषधि नियंत्रक प्राधिकरण दवारा गत वर्ष हिमाचल की चिन्हित दवा निर्माण इकाईयों का जोखिम आधारित मूल्यांकन किया था। दिसंबर व जनवरी माह में किए इस निरीक्षण के दौरान हिमाचल की 70 दवा उद्योगों में पड़ताल की गई थी, जिनमें से बीबीएन की सात फार्मा कंपनियोंं में निर्धारित मानकों की अवहेलना के मामले केंद्रीय व राज्य नियामक की टीम ने पकड़े थे । इस दौरान राज्य दवा नियंत्रक ने कंपनियों पर कार्रवाई करते हुए दवा उत्पादन पर रोक लगा दी थी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के निर्देशों के तहत सीडीएससीओ व राज्य औषधि नियंत्रण प्रशासन ने फार्मा कंपनियों का संयुक्त तौर पर जोखिम आधारित मूल्यांकन किया था। इससे पहले जोखिम आधारित मूल्यांकन 2016 में किया था।
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि जोखिम आधारित मूल्यांकन के दौरान दिसंबर व जनवरी माह में सात फार्मा कंपनियों में दवा उत्पादन पर रोक लगाई गई थी , जिनमें से छह कंपनियों ने अब खामियों को दुरुस्त भी कर दिया है।