आवाज़ ए हिमाचल
जतिन लटावा, जोगिंद्रनगर
21 मार्च। राज्य स्तरीय जोगिंद्रनगर मेले की आमदनी के प्रमुख साधन डोम, व 200 दुकानों की नीलामी पर विचैलियों के हस्ताक्षेप पर मेला समिति ने कड़ा संज्ञान लेते हुए इस बार नए मेला मैदान में लगने वाली 200 दुकानों व डोम की खुली बोली पर रोक लगाकर अपने स्तर पर नीलामी लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए 22 तारीख से 24 तारीख तक विभिन्न व्यवस्यायों के कारोबारियों के आवेदन स्वीकार किए जाएगें।
जानकारी के अनुसार 25 मार्च से एसडीएम की देखरेख में मेला समिति 200 दुकानों की नीलामी करवाएगा। करीब 3 साल के लंबे अंतराल के बाद जोगेंद्रनगर में सजने वाले राज्य स्तरीय देवता मेले में डोम व 200 दुकानों की नीलामी में गत वर्ष की तुलना में इस बार बोलीदाताओं में इजाफा हुआ है, लेकिन इसमें विचैलियों के हस्ताक्षेप से मेला समिति की आमदनी को नुकसान को देखते हुए मेला समिति के अध्यक्ष एसडीएम डाॅ मेजर विशाल शर्मा ने यह आदेश जारी करते हुए नगर परिषद को दो सौ प्लाटों की नीलामी अपने स्तर पर करवाने का जिम्मा सौंपा है।
वर्ष 2019 में संपन्न हुए राज्य स्तरीय देवता मेले में 200प्लाटों की नीलामी के दौरान मेला समिति को करीब तीस लाख, डोम से 10 लाख, जबकि झूले से 4 लाख रूपये की आमदनी हुई थी। इस बार दस प्रतिशत का इजाफा कर बोली प्रक्रिया शुरू कर बोलीदाताओं को आमंत्रित किया गया था। जिसमें विचैलियों ने हस्ताक्षेप कर अवैध तौर पर मोटी आमदनी कमाने का प्रयास किया। जिस पर तलखी दिखाते हुए मेला समिति ने अब डोम व दो सौ प्लाटों की खुली बोली पर रोक लगाते हुए धरोहर राशि को वापिस लौटाया और अब अपने स्तर पर दुकानों को आबंटित करने का निर्णय लिया है।
मेला मैदान में दो सौ प्लाटों व डोम की नीलामी प्रक्रिया में विचैलियों के हस्ताक्षेप को देखते हुए मेला समिति ने अपने स्तर पर दुकानों को कारोबारियों को आबंटित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 22 से 24 मार्च तक कारोबारियों के आवेदन लिए जाएगें। 25 तारीख से दुकानों को आबंटित करना शुरू कर दिया जाएगा।