आवाज़ ए हिमाचल
28 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश में 30,000 से अधिक जंगली मशरूम पाई जाती हैं। मशरूम खाने के शौकीन बहुत से लोग होते हैं, लेकिन यही मशरूम हमारी जान के लिए खतरा भी बन सकती है। क्योंकि इनमें सिर्फ 30 फीसदी मशरूम खाने योग्य हैं। इसका खुलासा खुंब अनुसंधान निदेशालय चंबाघाट की लैब जांच में हुआ है।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी करीब 500 प्रजातियों की मशरूम की खोज की गई है। इनमें अमानिटा प्रजाति की मशरूम सबसे अधिक जहरीली पाई गई है। इसका सेवन करने के 24 घंटे में व्यक्ति की मौत हो सकती है। अन्य जहरीले मशरूमों से पेट दर्द, दस्त, उल्टी, पेट में ऐंठन और बार-बार दस्त की समस्या होती है।