आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा ( बिलासपुर )
01 जनवरी। उपायुक्त पंकज रॉय की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक आयोजित की गई। जिसमें जिले के 15 से 18 वर्ष की आयु के 28000 बच्चों को कोविड-19 की प्रथम खुराक 3 जनवरी से दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन बच्चों का जन्म 31 दिसम्बर, 2007 से पूर्व हुआ है वही टीकाकरण के लिए पात्र होंगे। 01 जनवरी,2008 के बाद बच्चों जन्म हुआ वह बच्चे टीकाकरण के लिए पात्र नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण अभियान 03 जनवरी से 13 जनवरी तक जिला में योजनाबद्व तरीके से चलाया जाएगा तथा स्कूलों में,
अवकाश के दौरान जहां टीकाकरण सत्र होगा वहां स्कूल जरूरत के अनुसार खुले रहेंगे। इस अवधि में जरूरत के अनुसार भी स्कूल खुले रहेंगे जहां टीकाकरण का सत्र होगा और साथ जो बच्चे स्कूल को छोड़ चुके हैं या प्रवासी हैं उन बच्चों का भी सूची बनाकर उनका टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के दौरान प्रधानाचार्य जरूरत के अनुसार शिक्षकों को स्कूलों मंे बुला सकेंगे। उन्होंने बताया 3 जनवरी से 13 जनवरी को जिला के सभी उपमंण्डलों में यह टीकाकरण किया जाएगा जिसमें 15 से 18 साल के पात्र बच्चे ही टीकाकरण के लिए आंए।
उन्होंने बताया की 15 से 18 साल के बच्चों को पहली खुराक लगने के बाद दूसरी खुराक 28 दिन के बाद दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चे यदि कोविड से संक्रमित हुए हैं तो उनका टीकाकरण 90 दिनों के बाद किया जाएगा। उन्होंने बच्चों के अभिवावकों व शिक्षकों सहित स्थानीय निकायों के जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे इस उम्र के बच्चों को स्वंयसेवी भावना से टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें ताकि ओमिक्रोन तथा तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने कहा कि जिला में विदेश से आने वाले सभी व्यक्तियों की सैंपलिंग,
पहले व सातवे दिन दो बार की जा रही है और इसके लिए, उन्होंने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विदेश से आने वाले व्यक्ति 7 दिन तक घर में ही आईसोलेट रहें। इसे सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त किसी भी गली मोहल्ले या कस्बे में 5 लोगों के परिवार या समूह में कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित आता है तो उसके लिए पूर्ववत की तरह सुनिश्चित किए गए प्रोटोकाॅल का पूरी तरह से पालन किया जाए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए मानक संचालन प्रक्रिया के मध्यनजर मास्क लगायें, दो गज की दूरी बना कर रखें और बार बार हाथ धोते रहें या सेनेटाईजर का प्रयोग करें।