आवाज़ ए हिमाचल
13 मई। प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी राम लाल ठाकुर ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को निशाने पर लेकर बड़ा हमला किया है, उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने जिस तरह से बिलासपुर की सड़कों पर ढोंग किया है वह एक सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के अलावा कुछ भी नहीं था। जबकि सच्चाई यह है कि हिमाचल प्रदेश स्वास्थ विभाग के पास 750 वेंटिलेटर थे जिनको ऑपरेशनल न कर पाने की वजह से प्रदेश को 250 वेंटिलेटर लेप्स करके वापिस केंद्र सरकार ने मांग लिए हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार, केंद्र में भाजपा की सरकार फिर यह लुका-छिपी का खेल हिमाचल प्रदेश की भोली भाली जनता के साथ क्यों खेला जा रहा है।
अगर यह सही नही है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को इस पर बोलना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश को 750 वेंटिलेटर दिए गए थे जिनमे से अब 250 केंद्र ने वापस मांगे हैं। जबकि गौरतलब बात है कि राज्य से चार लोकसभा के सांसद है और उनमें से एक केंद्र सरकार के वित्त राज्य मंत्री भी है और ऐसे में प्रदेश में लगातार कोविड19 के केस भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हिमाचल में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों के मद्देनजर वेंटिलेटर्स की कमी पड़ सकती है। ऐसे में यदि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में गंभीर मरीजों का आना जारी रहा, तो प्रदेश में वेंटिलेटर की कमी आना स्वाभाविक सी बात है और उसके विपरीत प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बिलासपुर की सड़कों पर लोंगो का हाल पूछते नज़र आए तो क्या जिला के आला अफसरान के साथ जिस तरह स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड 19 के मरीजों के सामने तमाशा सिर्फ अखबारों में छपने के लिए किया उससे बेहतर होता कि जो 250 वेंटिलेटर केंद्र सरकार को वापिस भेजे जा रहे है उनको रुकवाने का प्रयत्न करते। अब यह वेंटिलेटर हिमाचल सरकार से दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में भेजे जा रहे हैं, लेकिन हिमाचल के लिए तो यह शर्मशार करने वाली बात है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि