आवाज़ ए हिमाचल
सोलन। प्रदेश सरकार बेटियों की शादी की उम्र 21 वर्ष करने पर विचार कर रही है। वर्तमान न्यूनतम उम्र को बढ़ाने के लिए विस्तृत अध्ययन करने हेतु एक कमेटी का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह उद्गार सोमवार को शूलिनी विश्वविद्यालय के 7वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि कमेटी की जब विस्तृत रिपोर्ट आएगी उसके बाद बेटियों की उम्र को 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने दीक्षांत समारोह में 53 विद्यार्थियों को पीएचडी डिग्री और 77 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है तथा यहां से निकल कर अनेक व्यक्तित्व देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय में चल रहे 400 शोध कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के विद्यार्थियों ने 1300 पेंटेट हासिल किए हैं, जो उनकी मेहनत और दृढ़निश्चय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोल रही है। इसके साथ ही मेधावी विद्यार्थियों को 20 लाख रुपए का ऋण एक प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त वर्तमान राज्य सरकार ग्रीन इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रही है। ई-व्हीकल और सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शूलिनी विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ इमर्जिंग टेक्नोलॉजी का उद्घाटन भी किया। इससे पहले शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति पीके खोसला व प्रो चांसलर विशाल आनंद ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।