19 मार्च: कांगड़ा के श्री तारा माता मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन भगवान श्रीकृष्ण का रुक्मणी से विवाह हुआ। कथा स्थल से नगर में भगवान श्रीकृष्ण की बारात में कई भक्तों ने हिस्सा लिया।
चित्रकूट से आए कथावाचक प्रभु राम अवतार दास ने बताया कि आज भगवान श्री कृष्ण मथुरा जाएंगे। भगवान 12 वर्ष तक वृंदावन में रहे । भगवान ने पूतना का वध किया, सकता सुर का वध किया, प्रणाम व्रत का उद्धार किया, कालिया नाग का दमन किया, गिरिराज गोवर्धन को उठा कर के ब्रज वासियों की रक्षा की।
भगवान ने अपने परम भक्त गोपियों को उनके जीवन की सबसे बड़ी तपस्या का फल रासलीला दिया और रासलीला में रस बरसा कर के गोपियों को संतुष्ट किया। कालिया नाग का दमन किया और अनेक असुरों को मारा तथा भगवान कंस का वध करने के लिए मथुरा गए। भगवान ने कंस का वध किया और उन्हें धर्म की स्थापना के लिए भगवान ने उग्रसेन को सिंहासन पर बैठाया और सिंहासन पर बैठा कर भगवान गुरुकुल पढ़ने चले गए।