आवाज़ ए हिमाचल
07 दिसंबर। प्रदेश के पुष्प उत्पादकों को अब फूल बेचने के लिए दिल्ली समेत अन्य बाहरी राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा। जिला सोलन के परवाणू में मंडी समिति की ओर से पुष्प मंडी का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है। 15 दिसंबर तक यह मंडी उत्पादकों के लिए खोल दी जाएगी। जिससे प्रदेश के पुष्प उत्पादकों को बेहतरीन सुविधा मिलेगी।
जिला सोलन के चायल क्षेत्र में सबसे अधिक फूलों की खेती होती है। हर वर्ष यहां से करोड़ों का फूल कारोबार होता है। जानकारी के अनुसार मंडी समिति सोलन की ओर से कालका-शिमला एनएच पर परवाणू केसमीप एक करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से पुष्प मंडी का निर्माण किया है। प्रथम चरण में मंडी में 10 दुकानों का निर्माण किया गया है।
जहां पर जिला सहित, प्रदेश के पुष्प उत्पादक अपने फूलों को बेच सकेंगे। वर्तमान में किसान दिल्ली, करनाल, चंडीगढ़ समेत अन्य बाहरी राज्यों को फूल सप्लाई कर रहे है। जिस कारण उन्हे संबंधित राज्यों तक फूल पहुंचाना महंगा पड़ रहा है। लेकिन अब इस मंडी के खुलने से प्रदेश का फूल प्रदेश में ही बिक जाएगा।