आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। पति-पत्नी के बीच झगड़ा कोई नई बात नहीं है। छोटी-बड़ी बातों पर अकसर कपल के बीच नोकझोंक हो जाती है। कई बार ये लड़ाई का रूप ले लेती है और ये लड़ाई कोर्ट तक पहुंच जाती है। लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कपल ने एक दूसरे पर 60 से ज्यादा मामले दर्ज करवा लिए हैं।
जब सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की पीठ के समक्ष यह मामला लाया गया और जब उनको बताया गया कि इन दंपत्तियों ने अलगाव के 11 सालों में एक दूसरे पर 60 से अधिक मुकदमें दर्ज कराए हैं तो वह हैरान रह गए।
इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि कुछ लोगों को लड़ने में मजा आता है। वे हमेशा अदालत में रहना चाहते हैं। अगर वे अदालत नहीं देखते हैं, तो उन्हें नींद नहीं आती है। न्यायमूर्ति हिमा कोहली ने कहा कि वकीलों की प्रतिभा को भी देखा जाना चाहिए। वह दंपति के अदालत में बार-बार आने की संख्या से भी हैरान थीं।
लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, दंपति के मामले ट्रायल कोर्ट और हाई कोर्ट में भी रहे हैं और यह देखा गया है कि पति और पत्नी के बीच संबंध खत्म हो गए हैं। पत्नी ने ससुर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।
सुप्रीम कोर्ट ने पत्नी के वकील से पूछा कि क्या वह व्यापक समझौता करने को तैयार है। इस पर वकील ने कहा कि वह मध्यस्थता के लिए जाने को तैयार है लेकिन हाई कोर्ट की कार्यवाही पर रोक नहीं लगानी चाहिए। बेंच ने कहा कि यह संभव नहीं है। पीठ ने कहा कि ऐसा लगता है कि आप लड़ने में बहुत रुचि रखते हैं। आपके पास दोनों विकल्प नहीं हो सकते हैं। आप एक साथ दो विकल्पों का इस्तेमाल नहीं कर सकते।