विभाग में विलय को लेकर हड़ताल 7वें दिन भी जारी, बोले मांग पूरी करे सरकार
आवाज़ ए हिमाचल
बबलू सूर्यवंशी, शाहपुर। जिला परिषद अधिकारी-कर्मचारी संघ इकाई रैत की हड़ताल 7वें दिन भी जारी रही। कर्मचारियों की इस हड़ताल को अब पंचायत प्रधान का भी समर्थन मिलने शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को विकास खंड रैत की लगभग 61 पंचायत के प्रधानों ने कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया और हड़ताल पर बैठे।
इस मौके पर योल झरेड से अरुण कुमार, बागडू से प्रकाश चंद्र, प्रेई से राजेश कुमार, सिहुंवा से अजय बबली, रावा से अर्जुन कुमार, भनाला से सुषमा शर्मा, मंझग्रां से अरुणा, लदवाड़ा से लच्छरी देवी, दरगेला से भारती, ततवानी से मधुवाला, गोरडा से सुनीता देवी, बसनूर से ऊषा देवी, डडम्भ से अंजु कुमारी, बोडू सारना से मजनीश, लापियाना से किकर सिंह, अंबाडी से विक्रम सिंह, परगोड से हेमराज, भीतलु से रीना देवी, ठेड से मनजीत सिंह, घरोह से तिलक, रिहलू से सीमा रानी और हारचकिया पंचायत से तिलक राज ने जिला परिषद अधिकारी-कर्मचारी संघ इकाई रैत की हड़ताल को समर्थन दिया।
इस मौके पर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने सरकार से मांग की है कि विभाग में शीघ्र विलय किया जाए। जैसे-जैसे हड़ताल आगे बढ़ रही है लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पंचायतों के सभी काम बंद पड़े हैं, जिसके लिए सरकार जिम्मेवार है। जब तक सरकार उनकी मांग को पूरी नहीं करती तो तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 4700 जिला परिषद अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। सरकार जब प्रदेश में ओपीएस लागू कर सकती है तो उनकी ये मांग पूरी क्यों नहीं कर सकती है। उनकी मांग है कि उन्हें पंचायती राज विभाग में विलय किया जाए।
हड़ताल में जिला परिषद आधिकारी कर्मचारी संघ ईकाई रैत के अध्यक्ष सर्वजीत सिंह, प्रवक्ता अनिल कुमार, सदस्य पंकज महाजन, बलवीर सिंह, संजीव कुमार, नरेंद्र, कुलदीप, प्रदीप, गोपाल, संदीप, सुनील, संजय कुमार, नैतिक डोगरा, अंदर कुमार, विशाल जन्म सिंह, पुष्पलता, सपना, सरिता, भागो देवी और शशि लता आदि मौजूद थे।