आवाज ए हिमाचल
27 जनवरी।ज़िला चंबा में हिम कृषि योजना के बेहतर कार्यान्वयन को लेकर उपायुक्त मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में ज़िला कोर टीम की बैठक का आयोजन किया गया।उपायुक्त ने हिम कृषि योजना के तहत ज़िला कोर टीम की भूमिका और उत्तरदायित्व, क्लस्टर हस्तक्षेप तथा ज़िला की वार्षिक कार्य योजना की विस्तृत समीक्षा करते हुए मत्स्य पालन, पशुपालन तथा ग्रामीण विकास विभाग के ज़िला स्तरीय अधिकारियों को भी ज़िला कोर टीम में शामिल करने के निर्देश दिए। मुकेश रेपसवाल ने कहा कि चूंकि हिम कृषि योजना के लाभार्थी छोटे और सीमांत , महिला, नवोन्मेषी तथा कमजोर वर्गों से संबंधित किसान इस योजना के लाभार्थी होंगे। ऐसे में इन किसानों- बागवानों, मत्स्य पालकों, पशुपालकों की सुविधा के लिए विभिन्न विभागीय योजनाओं का इस योजना के साथ कन्वर्जेंस किया जाए । मुकेश रेपसवाल ने कलस्टर स्तर पर विभिन्न कार्यों को शामिल करने के निर्देश देते हुए उद्यान गतिविधियों, जायका तथा आत्मा इत्यादि परियोजनाओं के माध्यम से किसानों- बागवानों को मिलने वाली सुविधाओं के विस्तार के दृष्टिगत ज़िला वार्षिक कार्य योजना को संशोधित कर अनुमोदन के लिए पुनः प्रस्तुत करने को निर्देशित किया। विभागीय प्रतिनिधि ने बैठक में अवगत किया कि ज़िला में हिम कृषि योजना के अंतर्गत वर्तमान में सभी 7 विकासखंडों में 90 क्लस्टर चयनित कर 4630 बीघा भूमि को इस योजना के तहत शामिल किया गया है । इससे 4683 किसान परिवारों को लाभ मिलेगा। इस अवसर पर अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा, ज़िला विकास अधिकारी ओपी ठाकुर, उपनिदेशक पशुपालन डॉ. मुंशी कपूर, उपनिदेशक बागबानी डॉ. प्रमोद शाह,, उप परियोजना निदेशक आत्मा डॉ ओपी अहीर, उपनिदेशक कृषि डॉ. भूपेंद्र सिंह, जायका परियोजना प्रबंधक डॉ. भानु प्रताप उपस्थित रहे ।