आवाज ए हिमाचल
23 जनवरी।हिमाचल को पूर्ण राज्य के मिले दर्जे के 54 साल पूरे होने पर पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल का सफर शानदार रहा है। इसमें हर दल और हर मुख्यमंत्री ने अपना सहयोग दिया है। लेकिन अभी भी मलाल इस बात है कि हिमाचल को जो मिलना चाहिए था, वह अभी तक नहीं मिल पाया है।उन्होंने कहा कि हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जो अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाई हैं। हिमाचल किसी भी प्रकार से स्विट्जरलैंड से कम नहीं है। लेकिन, दुनिया को इसका असली रूप दिखाने में अभी हम बहुत पीछे हैं। हिमाचल में पर्यटन और रायल्टी के लिए पन बिजली जैसे उद्योग होने चाहिए, जो हिमाचल को आर्थिक और रोजगार की दृष्टि से मजबूत कर सकेंगे।हिमाचल में ऐसा पर्यटन है, जो अभी तक अनछुआ है। जिसे दुनिया को दिखाने के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि पालमपुर में उन्होंने एक रोपवे की नींव रखी थी, जो अभी तक पूरी नहीं हो सकी। यह रोप वन जाता तो पर्यटक दस मिनट के अंदर बर्फ में पहुंच जाता, जो एक बहुत बड़ा रोजगार और आर्थिकी का साधन बन पाता। हिमाचल के सभी नेताओं को अब पर्यटन के ऊपर सोचना चाहिए, जो हिमाचल को एक मजबूत राज्य बना सकता है। शांता का कहना है कि बिजली प्रोजक्टों से जैसे उन्होंने रायल्टी की शुरुआत की थी जो आज हिमाचल की आर्थिकी बड़ा हिस्सा है। ऐसे ही पर्यटन को भी बढ़ावा दे कर इस राज्य को आगे तक ले आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम शुरू करना होगा।