हिमाचल: शीतकालीन सत्र दौरान सरकारी दफ्तर डिनोटिफाई करने पर विपक्ष का वॉकआउट

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मुख्यमंत्री सुक्खू बोले- पहले शपथ करवाएं फिर जवाब देंगे

आवाज़ ए हिमाचल 

धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरूआत हंगामे के साथ हुई है। सत्र से पहले ही दिन विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया। विपक्ष सरकारी दफ्तर डिनोटिफाई करने पर गुस्साया हुआ है। सत्र में विधायकों की शपथ से पहले सदन जमकर हंगामा हो गया। नई कांग्रेस की सरकार द्वारा पूर्व जयराम सरकार के खुले दफ्तर डिनोटिफाई के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्र शुरू होने से पहले ही मुद्दा उठा दिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सामान्य परिस्थिति नहीं है। हिमाचल में पहली बार ऐसा हुआ है कि 5 साल के लिए चुनी गई सरकार की आखिरी साल के फैसले बिना नई कैबिनेट बने या विधायकों की शपथ के पलट दिए गए। इस दौरान विधायकों ने सदन में नारेबाजी भी की। कांग्रेस की तरफ से भी बहस का जवाब दिया गया।

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयराम ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष चुने जाने की बधाई दी और कहा कि जो आपत्ति उन्होंने सदन में उठाई है, वहउसका जवाब देंगे, लेकिन पहले विधायकों की शपथ हो जाए 23 नए विधायक चुनकर आए हैं। अब राज्यपाल अभिभाषण पर जवाब के दौरान मुख्यमंत्री इस बारे में अपनी बात रखेंगे। प्रोटेम स्पीकर के बार-बार कार्यवाही बढ़ने देने के आग्रह पर विपक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने दी। इसके बाद सदन के नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू को शपथ दिलाई गई। इनके बाद मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को शपथ दिलाई। अब अन्य विधायकों को बारी बारी प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार शपथ दिला रहे है। 6 जनवरी तक चलने वाले इस सत्र में कुल 3 सीटिंग होंगी। सत्र के दूसरे दिन यानी कल विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का चुनाव होगा। स्पीकर चुनने की प्रक्रिया प्रोटेम स्पीकर की अगुवाई में पूरी की जाएगी।स्पीकर के चयन के बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ ऑर्लेकर का अभिभाषण होगा।

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