आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 10 मार्च। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सिरमौर जिले के हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलाने का मामला गूंजा। इस पर शिलाई के कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने सदन में प्रश्न किया तो रेणुका के विधायक विनय कुमार ने भी इस मसले पर सरकार की ओर से अब तक किए गए प्रयासों का विवरण मांगा।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र की 144 पंचायतों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करने का मामला लंबे समय से चर्चा में है।
जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मारकंडा ने इस बारे में विस्तार से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस मसले को केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाया जाता रहा है। यह मामला भाजपा के घोषणापत्र में है, यह बात सही है, हम बार-बार भारत सरकार से यह मामला उठा रहे हैं।
मंत्री के जवाब से कांग्रेस विधायकों को असंतुष्ट देखते हुए खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में आश्वस्त किया कि सरकार इस बारे में गंभीर है और इसे लगातार भारत सरकार के समक्ष उठाया जा रहा है। कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने पूछा कि सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय घोषित करने के लिए सरकार क्या कार्रवाई कर रही है।
सीएम जयराम ठाकुर के जवाब के बाद भी मंत्री खड़े हुए और कांग्रेस विधायकों पर निशाना साधते हुए बोले- इसे कांग्रेस सरकार ने ज्यादा उलझाया। डोडरा क्वार, पंद्रह बीस और बड़ा भंगाल जैसे क्षेत्रों को भी जनजातीय घोषित करने की बात को हवा दी, जिससे कि गिरिपार वाला मामला उलझ जाए। इससे पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने भी तंज किया कि आजकल कांग्रेस विधायकों का इस पर ज्यादा ध्यान हो गया है।