आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के पांचवें दिन विपक्ष ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले ही सदन में काम रोको प्रस्ताव लाया। इस मुद्दे पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोक झोंक हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के जवाब के बाद स्पीकर कुलदीप पठानिया ने विपक्ष के प्रस्ताव को निरस्त किया। इसके बाद विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि छह महीने से सैलरी नहीं मिलने के विपक्ष आरोप झूठे है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लगे कर्मचारियों को पहले तीन महीने का एक्सटेंशन दिया गया। फिर दोबारा तीन महीने की सेवा विस्तार दिया। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारी जरूरत के हिसाब से रखे जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 जून तक की आउटसोर्स कर्मचारियों को पूरी सैलरी मिल चुकी है। 30 सितंबर तक इनकी एक्सटेंशन की फाइल भी मूव हो गई है। इसकी सैलरी भी जल्द दे देंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिखरा-बिखरा नजर आ रहा है। नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए CM ने कहा कि गलतियां आपने की, भुगत हम रहे।