आवाज ए हिमाचल
बबलू गोस्वामी, नादौन( बड़ा)
2 दिसम्बर: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सोशल मिडिया चेयरमैन अभिषेक राणा ने प्रदेश विधानसभा का सत्र स्थगित करने के वजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तथा ऑनलाइन किए जाने की मांग उठाई है । उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के दौर में जब स्कूली कक्षाएं व सुप्रीम कोर्ट ऑनलाइन कार्य कर रही है व देश के बड़े-बड़े संस्थान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा चल रहे हैं तो ऐसे में विधानसभा सत्र भी ऑनलाइन किया जा सकता है । राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो डिजिटल इंडिया का नारा दे रहे हैं। सरकारी कामों में ऑनलाइन और पारदर्शिता बरतने की बात की जा रही है। मालदीव, यूके के साथ साथ कई अन्य देशों के संसद भी
ऑनलाइन चल रहे हैं तो फिर भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में इसकी तर्ज़ पर विधानसभा ऑनलाइन क्यों नहीं हो सकती। राणा ने कहा कि सत्र न बैठने से न केवल विपक्ष और सरकार का समय खराब हो रहा है बल्कि विपक्ष भी जनता की समस्याएं सरकार के आगे नहीं रख पा रहा, जिसका सीधा असर प्रदेश की जनता पर पड़ रहा है। यदि ऑनलाइन तकनीकों का जनता की भलाई व लोकतंत्र के लिए ही प्रयोग न हुआ तो यह डिजिटल इंडिया भी मात्र एक नारा बन कर रह जायेगा जिसका धरातल पर कोई अस्तित्व नहीं होगा। अभिषेक राणा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ जहां किसान अपने भविष्य के लिए सड़कों पर जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश में है जो दुर्भाग्यपूर्ण है ।