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अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। बिलासपुर शहर में निरंतर बढ़ रहे चिट्टे रूपी नशे के प्रकोप को रोकने को लेकर लामबंद हुए लोगों ने एसपी बिलासपुर से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और शीघ्र कार्यवाही की मांग की।
ज्ञापन को लेकर पूर्व पार्षद अनिल किशोर ने बताया कि बिलासपुर शहर में चिट्टे का व्यापार खुलेआम हो रहा है, जबकि डियारा सेक्टर इसका गढ़ बन चुका है। उन्होंने कहा कि राजकीय मिडल स्कूल डियारा से लेकर नाले के नौण तक इन तस्करों की चहल-पहल रहती है। जहां पर चिट्टे के आदि और सप्लायर्स इस नशे को बेचते और खरीदते हैं। उन्होंने कहा कि चिट्टा नशे के सौदागर बच्चों को पहले मुफ्त नशा करवाते हैं फिर जब बच्चा आदि हो जाता है तो उसे भी टीम में शामिल कर लिया जाता है। अनिल किशोर ने बताया कि इस नशे से शहर में बहुत सी युवा मौतें हो चुकी हैं, जबकि डियारा में काल का ग्रास बनने वाले युवाओं का आंकड़ा अधिक है। इस प्रकार के हादसों से न सिर्फ उनके परिवार बल्कि रिश्तेदार और आस पड़ोस में बुरा असर पड़ा है। मां बाप युवा बच्चों की मौतों से टूट चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि नशे के आदि हो चुके बच्चों को नशा प्रोवाइड करवाना अभिभावकों की मजबूरी बन चुकी है। अपने बच्चों को मौत के मुंह में जाता देख रहे भिभावक स्वयं लाचार है। उन्होंने कहा कि यदि यदि समय रहते चिट्टा माफिया पर कानून का कड़ा शिकंजा न कसा गया तो वह दिन दूर रही जब एक पीढ़ी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। इसलिए नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही जरूरी है। वहीं पूर्व मनोनीत पार्षद व समाजसेवी कैश पठानिया ने कहा कि यह नशा तेजी से फैल रहा है, इसलिए समाज को भी आगे आकर पुलिस का सहयोग करना चाहिए अन्यथा परिणाम भयावह होंगे।
इस प्रतिनिधिमंडल ने जिला बाल्मीकि सभा के प्रधान अशोक कुमार, जीवन लाल, पूर्व मनोनीत पार्षद रोहित कुमार आदि मौजूद रहे।