हिमाचल में 2 साल बाद पटरी पर लौटा पर्यटन कारोबार, खिले कारोबारियों के चेहरे

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आवाज़ ए हिमाचल 

शिमला/कुल्लू, 4 अप्रैल।  हिमाचल प्रदेश में फिर से पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। बीते 2 साल में कोरोना के चलते प्रदेश में सब से ज्यादा पर्यटक कारोबार प्रभावित हुआ था, लेकिन अब कोरोना के मामलों में भारी गिरावट के बाद पर्यटकों की आमद बढ़ने लग गई है। मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ते ही पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। इस बार समय से पहले ही समर सीजन शुरू हो गया है।

प्रदेश में 15 अप्रैल के बाद समर सीजन शुरू होता है लेकिन मैदानों में पड़ रही गर्मी और कोरोना के मामले कम होने के चलते पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं।

वीकेंड पर मनाली में सैलानियों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। मई तक जिभी, तीर्थन, मणिकर्ण से लेकर मनाली तक होटल और होम स्टे 60 फीसदी तक बुक हैं। बड़े होटलों में ऑनलाइन बुकिंग 80 प्रतिशत तक पहुंच गई है। होटलों की धड़ाधड़ आ रही ऑनलाइन बुकिंग से पर्यटन कारोबारियों से चेहरे खिल उठे हैं। मैदानी इलाकों में लगातार चढ़ते पारे से राहत पाने के लिए पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख किया है। वीकेंड पर मनाली में ऑक्यूपेंसी 50 से 60 फीसदी तक है। यह कोरोना काल से पहले से भी अधिक है।

देश भर से पर्यटकों ने ऑनलाइन बुकिंग तेज कर दी है। रोहतांग दर्रा में इस साल रिकॉर्ड बर्फबारी हुई है। सैलानी रोहतांग में जुलाई तक बर्फ का दीदार कर सकेंगे। जलोड़ी दर्रा, सरयोलसर और हामटा पास में मई तक बर्फ देखने को मिलेगी। पहाड़ों में हुई रिकॉर्ड बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के साथ साहसिक पर्यटन संचालकों के चेहरे खिले हुए हैं। लाहौल घाटी में पिछले एक माह से लगातार विंटर गेम्स चल रही हैं।

राजधानी शिमला में वीकेंड पर होटलों में ऑक्युपेंसी 80 से 90 फीसदी तक पहुंच गई है। इसके अलावा अन्य दिनों में भी 40 फीसदी तक होटलों में ऑक्युपेंसी हो रही है। पर्यटकों की आमद बढ़ने से खासकर पर्यटन कारोबारियों ने बड़ी राहत की सांस ली है।

 

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