आवाज ए हिमाचल
29 मई। हिमाचल में पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रदेश सरकार से उनको कोरोना वारियर्स का दर्जा देने की मांग की है। विकास खंड चौंतड़ा व द्रंग की 55 से अधिक पंचायतें करीब दो सौ प्रतिनिधियों ने यह मांग उठाई। पंचायत प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर युक्त पत्र एसडीएम अमित मेहरा को सौंपा हैं। इसमें पंचायत प्रतिनिधियों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
तलकेहड पंचायत की प्रधान सूचिका, ढेलू पंचायत की प्रधान सपना, खुड्ड की प्रधान सकंदरा, मटरू की प्रधान रेखा, पसल के प्रधान विशाल राठौर, रोपडी कलैहडू के प्रधान अजय बरवाल, ऊटपुर के प्रधान संजय कुमार, बाग के प्रधान राजीव खान मैण भरोला के उप प्रधान संजय जंवाल सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि कोरोनाकाल में पंचायत प्रतिनिधि अपनी जान पर जोखिम उठाकर ग्रामीणों के लिए यथासंभव सहायता करने के फील्ड में तैनात हैं।
अभी तक कोविड वैक्सीन की सुविधा नहीं मिल पाई है। पंचायत प्रतिनिधि अपने-अपने गांव में ग्रामीणों की सहायता के लिए तत्पर हैं। पंचायत प्रतिनिधियों का तर्क हैं कि स्थानीय पुलिस व प्रशासन के साथ वे भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी से कर रहे हैं संवैधानिक पद पर काबिज होकर पंचायत प्रतिनिधि कोरोना संकट में राशन वितरण, दवा आपूर्ति सहित मनरेगा कार्य में भी योगदान दे रहे हैं। हर गांव को पंचायत प्रतिनिधि सैनिटाइज भी कर रहे है। उधर, एसडीएम अमित मेहरा ने पंचायत प्रतिनिधियों की सभी बातों को ध्यानपूर्वक सुन उनकी मांग को सरकार तक पंहुचाने का आश्वासन दिया है।