आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश चुनाव प्रबंधन कमेटी के चेयरमैन, पुर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी राम लाल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना को कांग्रेस की राजस्थान सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार पहले ही लागू कर चुकी है। देश और प्रदेश में जहां जहां कांग्रेस की सरकारें बनेगी वहां पर यह योजना लागू की जाएगी, कांग्रेस की आलाकमान यह ऐलान भी कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम में कई फायदे थे जो आज नहीं मिल रहे। पुराने सिस्टम में सैलरी से पैसा काटकर पेंशन नहीं दी जाती थी बल्कि सरकार पेंशन देती थी। नए सिस्टम में सैलरी से पैसा कटता है। ओपीएस में गारंटी पेंशन की राशि होती थी, लेकिन नए सिस्टम में ऐसा कुछ नहीं है। देश भर के सरकारी कर्मचारी भी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। यह मुद्दा गम्भीर है और अन्य कई राज्यों में भी इसकी मांग तेज हुई है।
उन्होंने वर्तमान भाजपा की सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि पुरानी पेंशन योजना का आंदोलन करने वाले कर्मचारियों के आंदोलन से एक ऐसा नारा निकल कर आया है, कि वही नारा आज प्रदेश में भाजपा की सरकार को बदलने में काफी है। राम लाल ठाकुर ने कहा पुरानी पेंशन स्कीम या ओपीएस में जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) की सुविधा मिलती थी पेंशन के लिए सैलरी में से कोई कटौती नहीं की जाती थी रिटायरमेंट बाद फिक्स्ड पेंशन दी जाती थी। यानी कि अंतिम सैलरी का 50 परसेंट पेंशन के रूप में मिलता था पेंशन का पूरा पैसा सरकार द्वारा दिया जाता था अगर नौकरी के दौरान सरकारी कर्मचारी की मृत्यु हो जाए, तो उसके आश्रित को नौकरी और फैमिली पेंशन दी जाती थी नेशनल पेंशन स्कीम या एनपीएस के तहत जीपीएफ की सुविधा नहीं मिलती, सैलरी से हर महीने 10 परसेंट पैसा काट लिया जाता है। रिटायरमेंट बाद फिक्स्ड पेंशन की कोई गारंटी नहीं है। कर्मचारी को कितनी पेंशन मिलेगी, यह बात स्टॉक मार्केट और इंश्योरेंस कंपनियों पर निर्भर करेगी एनपीएस में पेंशन बीमा कंपनी देगी। किसी भी मुद्दे के मामले में आपको बीमा कंपनी से निपटना होगा। एनपीएस में महंगाई और पे कमीशन का फायदा नहीं मिल पाता था। इस सभी तथ्यों को पूर्ण रूप से गौर करने पर ही प्रदेश कांग्रेस ने फैसला किया है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना के लिए वह वचनबद्ध है।