मतदाता सूची में आएगी पारदर्शिता, मतदाता ऑनलाइन व ऑफलाइन कर सकता है सत्यापन
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश में अब कोई भी व्यक्ति एक से अधिक स्थानों पर मतदाता सूची में नाम दर्ज नहीं कर पाएगा। ऐसे करने वाले पकड़े जाएंगे। राज्य में निर्वाचन आयोग मतदाता पहचान पत्र (वोटर कार्ड) को आधार से लिंक करने जा रहा है। आधार से लिंक करने का अभियान सोमवार को शुरू हो गया है। इसका शुभारंभ मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने किया।
आधार से लिंक करने का कार्य अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। आधार संख्या केवल मतदाता सूची डाटाबेस से जोड़ी जाएगी तथा इसे गोपनीय रखा जाएगा। अभियान के अन्तर्गत अपनी आधार संख्या का मतदाता सूची पर दर्शाना पूर्ण रूप से स्वैच्छिक होगा एवं इसका मतदाता के नाम पंजीकरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मतदाता स्वयं ऑनलाइन माध्यम से एन.वी.एस.पी. पोर्टल अथवा वोटर हैल्पलाइन एप वी.एच.ए. द्वारा फार्म-6बी. भरकर आधार ओ.टी.पी. से स्वयं सत्यापन कर सकता है। यदि वह ऐसा करने में सक्षम न हो तो ऑफ लाइन विधि से अपने मतदान केन्द्र के संबंधित बूथ लेवल अधिकारी (बी.एल.ओ.) के पास फार्म-6बी. भरकर दे सकता है। इसके अलावा बी.एल.ओ. प्रत्येक मतदाता से सम्पर्क कर उनसे स्वैच्छिक आधार पर फार्म-6बी. द्वारा आधार संख्या उपलब्ध करवाने का अनुरोध करेंगे तथा प्राप्त डाटा को पूर्ण रूप से गोपनीय रखा जाएगा। इसके अलावा यदि किसी मतदाता के पास आधार संख्या नहीं है तो वह इसके स्थान पर फार्म-6बी. में दॢषत अन्य 11 वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक की प्रति संलग्न कर सकता है।
मतदाता सूची को आधार से लिंक करने से इसमें पारदर्शिता आएगी। सामने आया है कि लोग अपना नाम मतदाता सूची में एक से अधिक स्थानों पर दर्ज कर देते हैं तथा अपनी मर्जी से वोट डालते हैं। इससे प्रदेश में मतदाताओं की सही संख्या का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन आधार से लिंक होने के बाद राज्य में मतदाताओं का सही आंकड़ा सामने आएगा।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव इस साल के अंत में होने हैं। इसके लिए निर्वाचन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस कड़ी में मतदान केंद्रों के मैपिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा मतदाता सूचियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इन चुनावों की तैयारियों को लेकर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी मनीष गर्ग ने सभी डी.सी. व एस.पी. के साथ वर्चुअली बैठक की, जिसमें पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू भी जुड़े।
इस दौरान उन्होंने डी.सी. व एस.पी. का प्रदेश में संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग का कहना है कि प्रदेश में मतदाता सूची को आधार से लिंक करने का अभियान शुरू किया गया है। सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि वह अपने आधार संख्या को मतदाता सूची से जोडऩे के अवसर का लाभ उठाएं।