आवाज़ ए हिमाचल
15 फरवरी। हिमाचल में ग्रीष्मकालीन स्कूलों के खुलने के बाद 11 महीने बाद सोमवार से राज्य में विंटर स्कूल भी शुरू हो जाएंगे। एसओपी ग्रीष्मकालीन स्कूलों की तरह ही रहेगी। हाजिरी जरूरी नहीं होगी। थर्मल स्कैनिंग के बाद ही बच्चों समेत स्टाफ को एंट्री दी जाएगी। लक्षण दिखने के बाद बच्चों को घर भेज दिया जाएगा, जबकि अध्यापकों को भी लक्षण मिलने के बाद जांच करवाई जाएगी और घर भेज दिया जाएगा। गौरतलब है कि पहली फरवरी से हिमाचल में ग्रीष्मकालीन स्कूल खुल चुके हैं।
ऐसे में यहां पर बच्चों का आना शुरू हो गया है, लेकिन दूसरी ओर मंडी जिला में स्कूल खुलने के बाद ही काफी संख्या में अध्यापक भी कोरोना संक्रमित निकले थे, जिसके बाद कुद स्कूलों को बंद भी करना पड़ा था। वहीं एसओपी में यह भी दर्शाया गया है कि अगर किसी स्कूल में कोई अध्यापक या बच्चा पॉजिटिव आता है, तो उसे 48 घंटों के लिए बंद कर दिया जाएगा। सेनेटाइज करने के बाद ही स्कूल को दोबारा खोला जाएगा। हिमाचल के कुल्लू, शिमला, चंबा, किन्नौर, लाहुल-स्पीति में विंटर स्कूलों को खोला जाएगा, जिसके बाद यहां पर पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
पांचवीं से आठवीं तक के छात्र भी जाएंगे स्कूल
अब पांचवीं से आठवीं तक के बच्चे भी स्कूल आएंगे। पहले केवल नौवीं से बारहवीं के बच्चे ही स्कूल आ रहे थे। ग्रीष्मकालीन स्कूलों में बच्चे काफी ज्यादा तादात में नहीं पहुंच रहे हैं। अब शीतकालीन स्कूलों में यह देखना है कि बच्चों की ऑक्यूपेंसी कितनी रहती है।